पालमपुर से अब चौथा विधानसभा अध्यक्ष

सरवण कुमार चौधरी, तुलसीराम, बीबीएल बुटेल के बाद विपिन सिंह परमार को मिली कुर्सी

पालमपुर –संगठनात्मक जिला पालमपुर के साथ विस अध्यक्ष की कुर्सी का खास नाता बनता जा रहा है। एक ताजा घटनाक्त्रम के तहत सुलह से विधायक और प्रदेश में स्वास्थय मंत्री विपिन सिंह परमार को विधानसभा अध्यक्ष का पद सौंपा जा रहा है। विपिन परमार के विस अध्यक्ष बनने से संगठनात्मक जिला पालमपुर से नाता रखने वाले विस अध्यक्षों की संख्या चार हो गई है। पालमपुर को सबसे पहले विस अध्यक्ष प्रदेश में पहली बार गठित भाजपा सरकार के समय में मिला था। पालमपुर से विधायक चुने गए सरवण कुमार चौधरी 1977 में विस अध्यक्ष बने थे। इसके बाद भरमौर से विधायक तुलसी राम विस अध्यक्ष बने और तुलसीराम ने अब पालमपुर विस क्षेत्र में अपना घर बनाया है। पूर्व भाजपा सरकार के समय में तुलसीराम 2007 से 2012 तक विस अध्यक्ष रहे। पूर्व कांग्रेस सरकार के समय में पालमपुर से विधायक बृज बिहारी लाल बुटेल विस अध्यक्ष बने। बुटेल ने 2012 से 2017 तक विस अध्यक्ष की कुर्सी संभाली। अब संगठनात्मक जिला पालमपुर के तहत आने वाले सुलह विस क्षेत्र से संबंध रखने वाले विपिन सिंह परमार विस अध्यक्ष बनाए गए हैं। इस तरह संगठनात्मक जिला पालमपुर की धरती से किसी न किसी तरह नाता रखने वाले अब तक चार नेता विस अध्यक्ष का ताज पहन चुके हैं। वहीं विस अध्यक्ष बनने वाले नेताओं को लेकर एक संयोग और भी है कि यह नेता अपनी सरकार के समय में स्वास्थय मंत्री भी रहे हैं। विपिन परमार मौजूदा जयराम सरकार में स्वास्थ्य मंत्री का ओहदा संभाल रहे थे तो पूर्व विस अध्यक्ष राजीव बिंदल धूमल सरकार में स्वास्थय मंत्री थे वहीं पूर्व में विस अध्यक्ष बने कांग्रेस नेता ठाकुर कौल सिंह भी वीरभद्र सरकार में स्वास्थ्य मंत्री थे।

सुलाह का राजनीति में अहम स्थान

शांता कुमार के रूप में प्रदेश को मुख्यमंत्री देने वाले सुलाह विस क्षेत्र का प्रदेश की राजनीति में अहम स्थान रहा है। यहां से जीतने वाले नेता को प्रदेश सरकार में कोई अहम जिम्मेदारी अवश्य मिलती रही है। मानचंद राणा कश मंत्री रहे तो कंवर दुर्गा चंद और जगजीवन पाल भी अच्छे पदों पर तैनात रहे। अब स्वास्थ्य मंत्री का पद संभालने के बाद विपिन परमार विस अध्यक्ष बने हैं।