प्रतिबंधित कीटनाशकों पर रोक हटाए सरकार

एसीएफआई ने केंद्र के फैसले पर जताया विरोध, हजारों किसान होंगे प्रभावित

चंडीगढ़  – केंद्र सरकार द्वारा दो कीटनाशकों पर प्रतिबंध लगाए जाने का विरोध करते हुए एग्रो कैमिकल फेडरेशन ऑफ  इंडिया (एसीएफआई) ने कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्रालय के खिलाफ  मोर्चा खोल दिया है और इस फैसले पर पुनर्विचार की मांग की है। फेडरेशन के अध्यक्ष एनके अग्रवाल ने शुक्रवार को चंडीगढ़  में जारी एक बयान में कहा कि हरियाणा के अंबाला, कुरूक्षेत्र, करनाल व पानीपत तथा पंजाब में पटियाला, रोपड़, मोहाली, संगरूर व बठिंडा आदि जिले ऐसे हैं, जहां धान की पैदावार अधिक होती है। यहां के किसानों द्वारा दशकों से ट्राईसाईक्लाजोल और बूप्रोफेजिन का इस्तेमाल किया जा रहा है। जिस पर केंद्र सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाया गया है। बीती 31 जनवरी को जारी एक अधिसूचना के पंजाब और हरियाणा के लाखों धान उत्पादक किसान प्रभावित होंगे। फेडरेशन के अनुसार सरकार का यह कदम एग्रो कैमिकल उद्योग के लिए भी काफी भारी पड़ेगा। अग्रवाल ने बताया कि दोनों कीटनाशकों पर प्रतिबंध लगाने से न केवल देश की फूड सिक्योरिटी चरमराएगी बल्कि देश को आर्थिक नुकसान भी पहुंचेगा, क्योंकि यह कीटनाशक कीटों में कटौती कर पैदावार को बढ़ाने में कारगर साबित होते रहे हैं। उन्होंनें आपत्ति जताई कि सरकार का यह फैसला बिना किसी तर्क और वैज्ञानिक प्रमाण के लिया गया है जोकि देश हित में नहीं है। उन्होनें कहा कि सरकार द्वारा संभावित प्रतिबंध के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष प्रभावों को समझने में भी भारी भूल की गई है, जिसमें सीमित प्रभावी विकल्प, काला बाजारी का प्रकोप, बाजार में नकली उत्पादों का विस्तार आदि शामिल है। उन्होंने कहा कि सरकार को इन पर प्रतिबंध लगाने से पहले उन पहलुओं पर भी विचार करना चाहिए, जिसमें कृषि वर्ग के लिए बाढ़, सूखे, कर्ज, कम निवेश के लिये निम्न स्तर के कीटनाशक उपयोग और उनके गिरती पैदावार शामिल है।