प्लास्टिक जमा करवाने में गगरेट का नो इंटरेस्ट

By: Feb 20th, 2020 12:20 am

खुले में फेंक रहे सारा वेस्ट, सिंगल यूज प्लास्टिक को कलेक्शन सेंटर ले जाने में तौहीन समझ रहे लोग

गगरेट – प्रदेश को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए नगर निकायों में सिंगल यूज प्लास्टिक को एकत्रित करने के लिए स्थापित किए गए क्लेक्शन सेंटर नगर निकायों के गले की फांस बन गए हैं। बेशक सिंगल यूज प्लास्टिक को इन क्लेक्शन सेंटर पर 75 रुपए प्रति किलो के हिसाब से खरीदा जा रहा है, लेकिन बावजूद इसके लोग सिंगल यूज प्लास्टिक को क्लेक्शन सेंटर तक लेकर आना अपनी तौहीन समझ रहे हैं। नगर पंचायत गगरेट द्वारा गगरेट कस्बे में स्थापित किए गए क्लेक्शन सेंटर पर अभी तक 28 किलो सिंगल यूज प्लास्टिक ही बिकने के लिए पहुंच पाया है। इसके विपरीत कस्बे में प्लास्टिक थैली में भरा दूध, चिप्स, कुरकुरे सहित सिंगल यूज प्लास्टिक में भरा सामान बेतहाशा बिक रहा है। ऐसे में सिंगल यूज प्लास्टिक क्लेक्शन सेंटर पर लाने की बजाय लोग इसे खुले में फेंकने को तरजीह दे रहे हैं। सिंगल यूज प्लास्टिक का दोबारा इस्तेमाल नहीं किया जाता और ऐसा प्लास्टिक देवधरा की सुंदरता पर भी इधर-उधर बिखर कर दाग लगा रहा है। यही वजह है कि शहरी विकास विभाग द्वारा प्रदेश में स्थापित सीमेंट प्लांटों के साथ एमओयू हस्ताक्षरित कर नगर निकायों से निकलने वाला सिंगल यूज प्लास्टिक व अन्य पोलिथीन सीमेंट प्लांटों को बेचने की योजना तैयार की थी। इसके लिए बकायदा नगर निकायों में क्लेक्शन सेंटर स्थापित किए गए और लोग इन क्लेक्शन सेंटर तक सिंगल यूज प्लास्टिक लेकर आएं इसके लिए सिंगल यूज प्लास्टिक को 75 रुपए प्रति किलो के हिसाब से खरीदना भी तय किया गया। बावजूद इसके जहां लोग इस योजना को तरजीह नहीं दे रहे हैं। वहीं, सीमेंट प्लांट भी इन क्लेक्शन सेंटर पर एकत्रित हुए प्लास्टिक को उसी सूरत में उठा रहे हैं जब सिंगल यूज प्लास्टिक कचरा कम से कम चार टन हो। प्रदेश में नगर निकाय इतनी आबादी के भी नहीं हैं कि यहां एक या दो महीने में ही चार टन तक प्लास्टिक कचरा एकत्रित हो सके। ऐसे में जो प्लास्टिक क्लेक्शन सेंटर में जमा भी हो रहा है उसका रखरखाव भी नगर निकायों के लिए किसी मुसीबत से कम नहीं है। हालांकि सिंगल यूज प्लास्टिक को लोग खुले में फेंकना ही पंसद कर रहे हैं। इससे इस योजना की सार्थकता पर ही सवाल खड़े हो गए हैं। गगरेट कस्बे में खुले क्लेक्शन सेंटर पर एक निजी स्कूल द्वारा ही अब तक 28 किलो सिंगल यूज प्लास्टिक जमा करवाया गया है। उधर, नगर पंचायत गगरेट के कनिष्ठ अभियंता राजीव ठाकुर का कहना है कि लोग अभी तक सिंगल यूज प्लास्टिक को क्लेक्शन सेंटर तक पहुंचाने के प्रति जागरूक ही नहीं है। इसलिए अभी तक इक्का-दुक्का लोग ही सिंगल यूज प्लास्टिक लेकर क्लेक्शन सेंटर पर पहुंच रहे हैं।


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