बंद पड़े सिनेमा घरों को खुलवाए सरकार

सहनिर्देशक रोहित गोस्वामी बोले, कलाकारों को मिलेगा प्रतिभा दिखाने का मंच

बिलासपुरहिमाचली सिनेमा को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश सरकार को चाहिए कि हिमाचल में जितने भी सिनेमा घर बंद पड़े हैं, उन्हें खुलवाना जाए। नए सिनेमा घर खोलने के लिए प्रयास करने चाहिए, जिससे हिमाचल के सिनेमा को नई पहचान मिलेगी और यहां के कलाकारों को भी इसका खूब लाभ मिलेगा। यह कहना है हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला के रहने वाले रोहित गोस्वामी का। जो पिछले 10 वर्षों से फिल्मी दुनिया में सह-निर्देशक के रूप में काम कर रहे हैं। रोहित अभी तक करीब 12 पंजाबी, हिंदी व तमिल फिल्मों में सह-निर्देशन व करीब पांच एलबम में निर्देशक के रूप में काम कर चुके हैं। रोहित गोस्वामी बिलासपुर में एक एलबम की शूटिंग के लिए पहुंचे थे। जहां उन्होंने ‘दिव्य हिमाचल’ से विशेष बातचीत करते हुए कहा कि प्रदेश में बहुत से ऐसे कलाकार हैं, जिन्हें मंच न मिलने के कारण उनकी प्रतिभा सामने नहीं आ पाती। इसके लिए एक ऐसे मंच को तैयार करने की जरूरत है, जो सभी कलाकारों की पहुंच में हो। पहले तो प्रदेश के सभी कलाकारों को एकजुट होना पड़ेगा। हिमाचली सिनेमा को प्रमोट करने के लिए एक रणनीति की तय काम करने की भी जरूरत है। कलाकारों व सरकार के एकजुट प्रयास से भी हिमाचल में सिनेमा का नई पहचान मिल सकती है। वहीं, उन्होंने हिमाचल के कलाकारों को बेहतरीन मंच प्रदान करने के लिए प्रदेश के अग्रणी समाचार पत्र ‘दिव्य हिमाचल’ के प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि ‘दिव्य हिमाचल’ के मंच से निकलकर कई कलाकार फिल्मी दुनिया में कदम रख चुके हैं। बताते चलें कि रोहित गोस्वामी प्रसिद्ध पंजाबी गायक परमिश वर्मा की फिल्म ‘रॉकी मैंटल’, प्रसिद्ध अभिनेता कर्ण कुंद्रा की फिल्म पियोर पंजाबी, मेरे यार कमीने, साका, नानकाना साहिब, पैसा.. यार.. एंड पंगा व नट्ठ-पज्ज सहित हिंदी फिल्म आंखों भर आकाश व तमिल फिल्म ‘बाटाई वालमा’ में सह-निर्देशक के रूप में कार्य कर चुके हैं।