बड़े वाहनों की आवाजाही करो बंद

 देवीनगर के लोगों का फूटा गुस्सा, मौके पर पहुंचे एसडीएम ने आश्वासन देकर शांत की भीड़

पांवटा साहिब-उपमंडल पांवटा साहिब के देवीनगर में मंगलवार को स्थानीय लोगों का गुस्सा उस समय फूटा, जब लोगों की मांग पर एसडीएम पांवटा साहिब एलआर वर्मा पांवटा साहिब रामपुर घाट रोड का निरीक्षण करने व समस्याएं सुनने पहुंचे। स्थानीय लोगों राजेंद, नीरज, जसपाल, विपिन, अमित, अनिता, हेमा , कृतिका, आनंद, गुलशन, रश्मि व सुनीता गौतम आदि ने एसडीएम एलआर वर्मा को सौंपे ज्ञापन में कहा कि सभी देवीनगर के निवासी की फरियाद है कि जबसे क्षेत्र में स्टोन क्रशर चलने शुरू हुए तब से हालत बहुत खराब हो गई, क्योंकि पहले कुछ ट्रक और ट्रैक्टर चलते थे, लेकिन अब इस सड़क पर रोजाना करीब एक हजार ट्रैक्टर और ट्रकों की आवाजाही हो रही है। उन्होंने कहा कि लोग किसी के व्यवसाय में कोई व्यवधान नहीं डालना चाहते, क्योंकि हमें मालूम है कि देश के विकास में ऐसे उद्योग अपना योगदान कर रहे हैं, लेकिन बर्दाश्त करने की हिम्मत अब नहीं रही। पहले यही सोचकर कुछ नहीं कहा जाता था कि यह उद्योग चलाने वाले भी हमारे अपने हैं। शायद कुछ समाधान करेंगे, लेकिन हालत सुधरने की बजाय बदतर होती गई। लोगों ने एसडीएम को अपनी व्यथा बताते हुए कहा कि देवीनगर एक रिहायसी आबादी वाला इलाका है, जहां लोंगों ने सड़क के साथ कानूनी दूरी पर अपने मकान बनाए हैं, जो भारी वाहनों के चलने से हिलते हैं। दिन तो किसी तरह निकल जाता है, लेकिन रात को स्थिति और भयावह हो जाती है। जब नौ बजे के बाद दोनों तरफ  से हॉर्न बजाते पूरी रफ्तार से भारी वाहन यहां से गुजरते हैं। बुजुर्गों की लिए यह एक त्रासदी भी हो जाती है जब रात को हॉर्न या ट्रक की धड़धड़ाहट से नींद खुल जाती ह,ै तो सारी रात बैठ कर काटनी पड़ती है।

जनता ने ये दिये सुझाव…

लोगों ने सुझाव दिया कि कुछ तत्कालिक और कुछ दूरगामी सुझाव हैं, जिससे समस्या का स्थायी समाधान निकाला जा सकता है और देवीनगर निवासी राहत की सांस ले सकें। इसलिए यदि इसे उचित समझें तो लागू करने की कृपा करें। इन सुझाव में इस मार्ग को तत्काल वन-वे किया जाए भरी गाड़ी इस मार्ग से आए और खाली गाड़ी बांगरन रोड होकर रामपुर घाट जाए। तत्काल सड़क पर पानी के छिडकाव की व्यवस्था की जाए जो डेंटल कालेज से विश्वकर्मा चौक तक हो। कुछ दिनों बाद रामपुर-हीरपुर सड़क को टू लेन किया जाए जिससे औद्योगिक क्षेत्र से वाहन जा सकें। इस समस्या का स्थायी समाधान केवल यमुना नदी के किनारे-किनारे कच्ची सड़क का निर्माण ही है, जो रामपुर से गोविंदघाट बैरियर तक आ सकती है, जिसको बनाने के लिए सरकार प्राथमिकता के आधार पर पहल करें।