भोले दी बारात चली गज-बजके

सोलन-सिरमौर में धूमधाम से मनाया गया महाशिवरात्रि का पर्व; जगह-जगह निकली भगवान शंकर की शोभायात्राएं, मंदिरों में भक्तों की भीड़

सोलन –महाशिवरात्रि को लेकर जिलाभर के शिवालय बम-बम भोले के जयकारों से गूंजते रहे। शिवालयों में भगवान शिव के दर्शन करने के लिए भक्त दिन भर लाइनों में लगे रहे। वहीं कालका-शिमला नेशनल हाई-वे पांच पर धर्मपुर के समीप स्थित प्राचीन शिव मंदिर पट्टामोड में मौसम के खराब रहने पर भी महाशिवरात्रि पर्व पर मंदिर में सुबह से ही शिव भक्तों का तांता लग गया। वहीं दूसरी ओर धर्मपुर के आसपास कुमारहट्टी, सनातम धर्म मंदिर, सुक्कीजोहड़ी स्थित शिव मंदिर सहित कई शिवालय तड़के ही बम-बम भोले के जयकारों से गूंज उठे। साथ ही सैकड़ों लोगों की आस्था का केंद्र रखने वाले प्राचीन शिव मंदिर पट्टे का मोड़ में  महाशिवरात्रि के अवसर पर मेले का आयोजन भी किया गया। स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार कालका-शिमला नेशनल हाई-वे पांच पर स्थित पट्टामोड़ में  प्राचीन  शिव मंदिर पिछले कई दशकों से शिव भक्तों की आस्था का केंद्र  बना हुआ है। यहां पर  सैकड़ों की तादाद में हिमाचल के ही नहीं बल्कि हरियाणा, पंजाब के श्रद्धालु शीश नवाने आते हैं। शिवरात्रि पर्व पर हर साल यहां पर मेले का आयोजन किया जाता है। लोगों  का मानना है कि यहां  पर  वर्षों पहले पहाड़ी  के बीच बने थनों से दूध टपकता था और उस समय डगशाई स्कूल में परीक्षा देने जाते हुए बच्चे यहां खड़े होकर पहाड़ी के बीच बने थनों को देखते थे व अपने घर आकर इस बारे सब जानकारी देते थे। कुछ वर्षों बाद से लोग यहां आकर  पूजा-अर्चना करने लगे।  तत्पश्चात यहां पर शिव  मंदिर का निर्माण किया गया तब से लेकर शिव मंदिर पट्टा मोड़  आस्था का केंद्र बना हुआ है। स्वयं प्रस्फुटित हुए पहाड़ी  के बीच में बने थनों पर लोग शीश नवाने आते है व उस समय से यहां मंदिर मे महाशिवरात्री  पर्व पर जागरण, मेले व भंडारे का आयोजन किया गया ।