मैं मां से इंस्पायर हूं

हाल ही में चर्चे में रहे फूड शोखाने का खजानामें शेफ  के तौर पर नजर आने वाले रोहित गुर्जर के साथ हई इंटरव्यू के दौरानदिव्य हिमाचलकी बातचीत के मुख्य अंश

1. शेफ के तौर पर आप लोगों को कैसा खाना खाने के लिए आग्रह करते हैं और कैसा खाना अवॉइड करना चाहिए ?

हम कभी होटल में खाना खाने जाते हैं, तो हम ऐसी चीज आर्डर कर देते हैं, जिनके बारे में हम जानते नहीं है और कस्टमर के तौर पर हमें शर्माना नहीं चाहिए। वेटर को आप बिना झिझक पूछ लीजिएगा, जिनके बारे में आपको पता नही है।

2. आपका खुदका फेवरिट फूड कौन सा है। अगर कोई आपको खाना बनाने के लिए कहें, तो आप कौन सा ऑप्शन सबसे आगे रखते हो ?

मैं छोले बहुत अच्छे बनाता हूं, यह मेरी बेस्ट रेसिपी है, लेकिन जब भी घर पर कोई गेस्ट आता है, तो बिरयानी बना लेता हूं, दाल को डबल तड़का देकर बनाता हूं।

3. आपके हिसाब से पुरूष भी घर पर ज्यादातर खाना बनाएं, उसके लिए कैसे बदलाव की जरूरत है?

मैं बचपन में टिफिन डिलेवर करता था। तो यह सेल्फडिफेंस होना जरूरी। पैरेंट्स को अपने बच्चों को खाना इसीलिए नहीं सिखाना चाहिए कि उनको घर पर हेल्प करना है, बल्कि इसलिए कि जब वह पढ़ाई करने जाते हैं, तो मैने देखा है कि बेचारों को चाय भी नहीं बनाने आती। मेरा कहना है कि पैरेंट्स को अपने बच्चों को ऐसे ट्रीट करना चाहिए कि बच्चा किसी पर डिपेंट न रहे।

4. आपकी जर्नी कैसी रही और अपने शेफ बनाना क्यों तय किया ?

मैंने मुंबई से होटल मैनेजमेंट किया था, तब पढ़ाई करने के लिए पैसे कम थे और मैं अपनी मोम से इंस्पायर हुआ हूं।

दिनेश जाला