यह विकास का रथ है, रुकने वाला नहीं

शिमला – राज्यपाल अभिभाषण पर चल रही चर्चा को शुरू करते हुए शुक्रवार को विधायक राजेश ठाकुर ने कहा कि यह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का विकास रथ है, जो रुकने वाला नहीं। उन्होंने कहा कि सरकार ने कई ऐसे योजनाएं चलाई हैं, जो गरीबों के हित में हैं, मगर कांग्रेस इन योजनाओं पर लोगों को झूठ बोलकर गुमराह कर रही है। कांग्रेस विधायकों को सोचना चाहिए कि झूठ बोलेंगे, तो कौआ ही काटेगा। इसलिए लोकसभा व विधानसभा के चुनाव में मुंह की खानी पड़ी। कांग्रेस का अस्तित्व अब खो चुका है, इसलिए उसके नेता चिंता में पड़ गए हैं, लेकिन इनका डर भी स्वभाविक ही है। भाजपा विधायक नरेंद्र ठाकुर ने कहा कि यह सरकार सबका साथ सबका विकास के नारे पर चल रही है। आज कांग्रेस यहां पर नेशनल हाई-वे के निर्माण की बात कर रही है, लेकिन वह बताए कि 70 साल में उन्होंने कितने नेशनल हाई-वे बना डाले। उन्होंने विपक्ष विधायकों पर तंज कसते हुए कहा कि हवाई अड्डे का निर्माण करना कोई गांव की सीढि़यां बनाने का मसला नहीं है, इसमें समय लगता है।  विधायक किशोरी लाल ने कहा कि कांग्रेस के विधायकों को केवल झूठ बोलना ही आता है। केंद्र सरकार से किसानों के सम्मान राशि दी जा रही है, जिससे  लाख किसान लाभान्वित हुए हैं, जबकि विपक्ष इस पर राजनीति कर रहा है। भाजपा की नवनिर्वाचित विधायक रीना कश्यप को भी आज पहली बार अपनी बात रखने का  मौका मिला। भाजपा सदस्य जिया लाल ने कहा कि विकास की दृष्टि से हिमाचल प्रदेश ने कई बड़े-बड़े राज्यों को पीछे छोड़ दिया है।

विपक्ष ने बताईं प्रदेश सरकार की नाकामियां

कांग्रेस की ओर से विधायक सुंदर लाल ने कहा कि जब केंद्र सरकार ने धारा 370 को खत्म किया, तो उस समय पंजाब के पूर्व सीएम सुखबीर बादल ने यहां पर धारा-118 को खत्म करने की भी बात कही थी। उनका कहना था कि राम जन्मभूमि को सुप्रीम कोर्ट ने ट्रस्ट को दिया, लेकिन यहां भाजपा के सत्ता में आते ही कुल्लू के रघुनाथ मंदिर को ट्रस्ट से बाहर कर दिया। उन्होंने बजौरा में गोशाला बह जाने का उल्लेख भी किया और कहा कि मामले की जांच होनी चाहिए। कांग्रेस विधायक लखविंद्र राणा ने चर्चा में हिस्सा लेते हुए नशे पर सख्ती से लगाम लगाने की मांग की। उन्होंने कहा कि नालागढ़ में नशे का बहुत प्रकोप है।  कांग्रेस विधायक मोहन लाल ब्राक्टा ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण में महंगाई का कोई जिक्र नहीं है। सरकार महंगाई को रोकने के लिए क्या कदम उठा रही है, इसका कोई पता नहीं है। उन्होंने कहा कि यह सरकार हर मुद्दे पर फेल हुई है। राज्य में कई अस्पतालों में डाक्टर नहीं है। ब्राक्टा ने कहा कि रोहडू़ अस्पताल में डाक्टरों की भारी कमी है। रोहड़ू में परिवहन निगम के डिपो में 100 से अधिक पद खाली हैं। बिजली बोर्ड में भी कर्मचारियों की भारी कमी है।