यूपीएससी पहुंचा एचएएस से आईएएस इंडक्शन का मामला

11 अधिकारियों की होनी है प्रोमोशन, प्रदेश सरकार ने फाइनल की सीनियोरिटी लिस्ट

शिमला – प्रदेश के 11 एचएएस अफसरों की आईएएस काडर में इंडक्शन का मामला दिल्ली पहुंच गया है। कई महीने से सरकार के पास अटका यह मसला अब हल होने की उम्मीद है, जिसके बाद जल्दी ही यह लोग आईएएस बन जाएंगे। सूत्रों के अनुसार प्रदेश सरकार ने एचएएस अधिकारियों की सीनियोरिटी लिस्ट को फाइनल कर दिया है, जिसे लेकर कुछ विवाद कायम था। बताया जाता है कि हिमाचल सरकार के एक अधिकारी ने दिल्ली में यूपीएससी (केंद्रीय लोक सेवा आयोग) को जहां सीनियोरिटी लिस्ट के बारे में बताया है, वहीं अफसरों की इंडक्शन का मसौदा भी सौंप दिया है। एचएएस काडर के 11 अधिकारी भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) काडर में शामिल होने का इंतजार कर रहे हैं। एचएएस काडर में पूर्व सैनिक कोटे का झगड़ा पड़ जाने की वजह से इनकी इंडक्शन लटकी हुई थी, मगर सरकार ने सीनियोरिटी लिस्ट को फाइनल कर दिया है, जिससे इन अधिकारियों को जल्द राहत मिलने की उम्मीद जगी है।

दो अधिकारी बाहर रखे

वर्ष 1998 से वर्ष 2000 बैच के एचएएस अधिकारियों को प्रोमोशन दी जानी है, जिनमें दो अधिकारियों को बाहर रखा जाएगा। इसमें पीसी अकेला व अश्वनी कुमार शाह शामिल नहीं होंगे। शेष अधिकारियों की प्रोमोशन का मामला दिल्ली पहुंच गया है।

ये बनेंगे आईएएस

जिन अधिकारियों की इंडक्शन का मामला यूपीएससी में पहुंचा दिया गया है  उनमें सीनियर एचएएस मनमोहन शर्मा, राकेश शर्मा, रोहित जमवाल, डा. अश्वनी  शर्मा, डीसी राणा, अनुपम कश्यप, यशपाल शर्मा, रूपाली ठाकुर, राम कुमार गौतम, पंकज राय तथा प्रदीप कुमार ठाकुर के नाम शामिल हैं।

जल्द मिलेगा तोहफा

इंडक्शन से 11 अधिकारी आईएएस में आ जाएंगे, वहीं 33 एचएएस अधिकारी जोन ऑफ कंसीडरेशन में रहेंगे। नियम हैं कि तीन गुना अधिकारी जोन ऑफ कंसीडरेशन में रहेंगे, जिनको चरणबद्ध ढंग से आगे पदोन्नति मिलेगी। इनको प्रोमोशन के दौरान ध्यान में रखा जाएगा, जिनके नामों पर भी यूपीएससी में विचार किया जाएगा। बताया जाता है कि जो दिक्कत आ रही थी उसमें कुछ अफसरों की एसीआर में भी कमियां थीं जिन कमियों को अब दूर कर दिया गया है। जल्दी ही प्रदेश के अफसरों को पदोन्नति का तोहफा मिलेगा।