लपटों की चपेट में तीर्थन के पहाड़

By: Feb 22nd, 2020 12:20 am

नोहांडा की पहाडि़यों में पांच दिन से सुलग रही आग,वन संपदा हो रही नष्ट

गुशैणी –जिला कुल्लू की उपमंडल बंजार की तीर्थन घाटी के पहाड़ों पर शरारती तत्त्वों द्वारा आग लगाई जा रही है। जिससे वन संपदा नष्ट हो रही है। हालांकि हर वर्ष आग लगाई जाती थी, लेकिन आज दिनों तक आग की लगाने वाले लोगों को ढूंढा नहीं गया है। विश्व विख्यात ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क के नाम से विख्यात तीर्थन घाटी में जैव विविधता एवं वनों के संरक्षण की दिशा में कोई ठोस प्रयास होते नहीं दिख रहे है। पिछले करीब पांच दिनों से तीर्थन घाटी की ग्राम पंचायत नोहांडा के कुंछ क्षेत्रों में आगजनी की घटनाएं सामने आई है। हालांकि गांव वासियों की मुस्तैदी से आग पर काबू पा लिया गया है। आजकल तीर्थन घाटी के पहाड़ सूखाग्रस्त होने के कारण आग के लिए काफी संवेदनशील हो गए है। आग की लपटें बहुत ही तेजी से लाकचा गांव की ओर बड़ी जिस कारण पूरे गांव में अफरा-तफरी मच गई। अपने गांव की ओर बढ़ रही आग को देख कर लाकचा गांव के सभी लोग आग बुझाने को दौड़ पड़े। स्थानीय गांववासी तारा चंद, हरीश कुमार, रोशन लाल, जीवन लाल, मुरली चंद, पदम चंद, इंदिरा देवी, शारदा देवी, कल्पना देवी, वीना देवी और मीरा देवी आदि का कहना है कि आगजनी की घटनाओं से वे भय के साए में जी रहे है सूखाग्रस्त के दौरान उन्हें अपने गांव में आग की लपटें पहुंचने का डर रहता है नीचे की तरफ  पहाड़ी से न जाने कौन शरारती तत्व आग लगा लेते हैं और आग लपटें धीरे-धीरे उनके गांव तक पहुंच जाती है। लोगों का कहना है कि पिछले करीब पांच दिनों से ग्राम पंचायत नोहांडा के मंहार, नाहीं और डिंगचा वार्ड की पहाडि़यां आग से सुलग रही है जो यह आग की लपटें अब धीरे-धीरे रिहायशी इलाकों तक पहुंच रही है। पार्क प्रबंधन द्वारा गुशैनी बीट की नाहीं धार लिंगड नाली के आसपास बाड़बंदी करके हाल ही में देवदार के पौधे लगाए थे जो भी इस ताजा आगजनी घटना से जल  गए हैं।  समाजसेवी एवं पर्यावरण प्रेमी दौलत भारती का कहना है कि हर साल इस प्रकार होने वाली आगजनी की घटनाएं पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बहुत ही चिंता का विषय है। इनके अनुसार स्थानीय लोगों में जागरूकता की कमी है। लोगों को आगजनी की घटनाओं के दौरान वन विभाग का भरपूर सहयोग करना चाहिए। तीर्थन रेंज के वन परिक्षेत्राधिकारी भूपेंद्र शर्मा का कहना है कि उन्हें आगजनी की सूचना मिलते ही फील्ड स्टाफ  को मौके पर भेज दिया गया है और शरारती तत्वों के खिलाफ थाना बंजार में मुकदमा दर्ज कर दिया गया है। इनका कहना है शरारती तत्त्वों पर निगरानी और आगजनी की घटनाओं को रोकने के लिए घाटी के मुख्य मार्गों पर कैमरे लगाने की योजना विचाराधीन है जिसका प्रोपोजल बना कर उच्चाधिकारियों को भेजा गया है।


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