लाहुल में तीन स्थलों पर गिरे ग्लेशियर

केलांग –मौसम के खुलने के बाद लाहुल में ग्लेशियरों के टूटने का दौर शुरू हो गया है। घाटी के तीन स्थलों पर ग्लेशियरों के गिरने से जहां लोगों में हड़कंप मच गया है, वहीं प्रशासन ने भी स्थिती का जायजा लेने के लिए आपदा प्रबंधन की एक टीम को मौके पर भेजा है। लाहुल के उदयपुर उपमंडल के तीन अलग-अलग स्थलों पर ग्लेशियरों के गिरने की घटनाएं सामने आईं हैं। लाहुल-स्पीति प्रशासन का कहना है कि ग्लेशियरों के गिरने की घटना में किसी भी तरह का कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है। हालांकि एक स्थल पर ग्लेशियर गिरने से किलाड़-उदयपुर मार्ग पर यातायात व्यवस्था प्रभावित हो गई है। एसडीएम केलांग अमर नेगी ने खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि घाटी के उदयपुर उपमंडल में तीन स्थलों पर ग्लेशियरों के टूट कर गिरने की घटनाएं सामने आईं हैं। उन्होंने बताया कि आपदा प्रबंधन की टीम से मिली जानकारी के अनुसार पहला ग्लेशियर खरोटी नाला में गिरा है, जबकि दूसरा ग्लेशियर ग्रेटू नाला व तीसरा ग्लेशियर सीमा नाला में गिरा है। उन्होंने बताया कि उक्त तीन स्थलों पर किसी भी तरह का रिहायशी क्षेत्र नहीं है। ऐसे में किलाड़-उदयपुर मार्ग जरुर ग्लेशियरों के गिरे मलबे से बंद हो गया है। उन्होंने बताया कि प्रशासन ने सोमवर सुबह ही किलाड़-उदयपुर मार्ग की बहाली का कार्य शुरू करवा दिया है। उन्होंने बताया कि घाटी के मौसम में आए बदलाव से जहां तापमान में अब बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है, वहीं ग्लेशियरों के टूट कर गिरने की घटनाएं भी पेश आने लगी हैं। उन्होंने बताया कि प्रशासन ने जिला के उन सभी स्थलों को चिन्हित कर रखा है, जहां ग्लेशियरों के गिरने की आशंका बनी हुई है। उन्होंने बताया कि जिन गावों पर ग्लेशियर के गिरने का खतरा बना हुआ है वहां के ग्रामीणों को सुरक्षित स्थलों पर जाने के लिए कहा गया है। उल्लेखनीय है कि जनजातीय जिला लाहुल-स्पीति में मौसम के बदलते ही जहां हालात अब बदलने शुरू हो गए हैं, वहीं तापमान में बढ़ोतरी होने से ग्लेशियरों के टूटने का खतरा भी बढ़ गया है। लाहुल की उदयपुर घाटी में ग्लेशियरों के गिरने की सबसे ज्यादा घटनाएं पेश आती है। ऐसे में प्रशासन ने इस क्षेत्र पर विशेष नजर रखी हुई है। लाहुल-स्पीति आपदा प्रबंधन की टीम को सोमवार को  यह सूचना मिली कि रविवार देर रात उदयपुर के तीन अलग-अलग स्थलों पर ग्लेशियर गिरे हैं। हलांकि जिन स्थलों पर ग्लेशियर गिरे हैं वहां पर किसी भी तरह की कोई बस्ती या गांव नहीं है। ग्लेशियरों टूट कर गिरने की सूचना मिलने के बाद लाहुल-स्पीति प्रशासन ने आपदा प्रबंधन की एक टीम को मौके का जायजा लेने के लिए भेजा। टीम ने मौके पर पहुंच जहां प्रशासन को यह सूचना दी कि ग्लेशियरों को मलबा नालों में गिरा है और इन घटनाआें में किसी भी तरह का कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है। एक स्थल पर ग्लेशियर गिरने से किलाड़-उदयपुर मार्ग ठप हो गया है। ऐसे में प्रशासन ने जहां टीम से मिली सूचना के बाद किलाड़-उदयपुर मार्ग की बहाली का कार्य शुरू करवाया, वहीं लोगों से भी यह अपील की कि ग्लेशियरों के गिरने वाले स्थलों पर न जाएं। हो सके तो ग्रामीण सुरक्षित स्थलों पर रहें। बहरहाल लाहुल में तीन स्थलों पर ग्लेशियरों के टूटकर गिरने से लोगों में दहशत का माहौल पैदा हो गया है।