साइबर क्राइम के मास्टरमाइंड दबोचे

पुलिस ने पश्चिम बंगाल से पकड़े शातिर, लोगों से ओटीपी-डिटेल लेकर बैंक खाते लूटने वालों पर कार्रवाई

शिमला – पुलिस ने बैंक खातों से लाखों की रकम ऐंठने वाले शातिरों को धर-दबोचा है। लोगों से उनके बैंक खातों की डिटेल व ओटीपी लेकर ठगी करने वाले शातिरों को गिरफ्त में लेकर पुलिस के हाथ बड़ी कामयाबी लगी है। पुलिस ने इन शतिरों को पश्चिम बंगाल से हिरासत में लिया है। राज्य साइबर क्राइम पुलिस थाना शिमला की पुलिस टीम पुलिस उप अधीक्षक नरवीर राठौर के नेतृत्व मे टीम ने इन शतिरों को पकड़ने में कामयाबी हासिल की है। शिकायतकर्ता भवन कुमार निवासी जिला मंडी की शिकायत पर पुलिस ने साइबर क्राइम एक्ट के तहत ठगी का मामला दर्ज किया था। शिकायतकर्ता के अनुसार अगस्त, 2019 को यह एटीएम में पैसे निकालने नेरचौक गया था, लेकिन इसके पैसे नहीं निकले, तो इसने पीएनबी के टोल-फ्री नंबर पर अपनी शिकायत दर्ज करवाई, लेकिन उसके अगले दिन से इसे अंजान नंबरों से फोन आया कि वह पीएनबी से बोल रहे है। उन्होंने शिकायतकर्ता से खाता से लिंक्ड मोबाइल नंबर व डेबिट की जानकारी ली। शिकायतकर्ता ने भी अनजान व्यक्ति को अपने खाता से लिंक्ड मोबाइल नंबर व डेबिट कार्ड की जानकारी दे दी है। इस पर शिकायतकर्ता का खाता से लिंक्ड मोबाइल नंबर किसी फ्रॉडस्टर द्वारा वोडाफोन में फर्जी केवाईसी पर पोर्ट किया गया। इसके बाद मोबाइल नेट बैंकिंग द्वारा फ्रॉडस्टर ने शिकायतकर्ता के दोनों पीएनबी खातों से 24 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद यही राशि अन्य बैंक के 20-25 खाता में ट्रांसफर की गई। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू करते हुए पश्चिमी बंगाल में छानबीन आरंभ कर दी। पुलिस दल ने पश्चिम बंगाल में जाकर पोर्ट हुए नंबरों व फिनो बैंक बैंक अकाउट की जांच शुरू की तो, जिनके नाम यह एकाउंट खोले गए हैं, उन लोगों ने पुलिस को बताया कि इनके नाम से यह जाली तौर पर खोले गए हैं। पोर्ट हुए नंबर को विशाल कुमार पाल नामक वोडाफोन रिटेलर द्वारा जारी किया गया था। इसके बारे में खूफिया तौर पर मालूम हुआ कि यह शख्स अपनी दुकान का नाम गलत पते पर दर्शाता है, लेकिन असल में यह व्यक्ति गोशाला मोड़ पुरुलिया में वोडाफोन मिनी स्टोर के नाम से चलाता है। पुलिस ने वहां रेड कर उसे हिरासत में लिया। इस दौरान पुलिस को उसके कब्जे से पांच मोबाइल फोन व फिनो बैंक एटीएम, वोडाफोन सिम बरामद किए और वह फिनो बैंक का एजेंट पाया गया। उसने करीब 200 लोगों के आधार कार्ड की कॉपी मोबाइल फोन में सेव की थी।

आरोपी ने पूछताछ में खोले राज

पुलिस को आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह वोडाफोन का रिटेलर है और फिनो बैंक का भी यह एजेंट है। फिनो बैंक ने इसे जो आईडी दी है, उपरोक्त मुकदमे में भी सभी करीब 20-25 खाते इसी ने खोले हैं। इसके एटीएम इसने प्रदुमन करण पंडित को दिए हैं। पुलिस ने इस व्यक्ति को 22 फरवरी को पुरूलिया पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया है। इसके साथी प्रदुमन करण पंडित को बेगुसराय बिहार से 24 फरवरी को गिरफ्तार कर इसके कब्जे से छह मोबाइल फोन, 34 विभिन्न कंपनियों के सिम कार्ड, पांच फिनो बैंक एटीएम, दो एक्सिस बैंक क्रेडिट कार्ड व 6500 रुपए नकद बरामद किए।

कई मामलों में वांछित हैं शातिर

पुलिस उपअधीक्षक नरवीर ने बताया कि दोनों अभियुक्त पश्चिम बंगाल व बिहार में भी साइबर क्राइम अपराध के कई मामलों में वांछित हैं। प्रदुमन पंडित करण पंडित साइबर अपराध का मास्टर माइंड है तथा बिहार, पश्चिम बंगाल व झारखंड में यह साइबर अपराध में काफी सक्रिय है। इन दोनों व्यक्तियों को पुलिस ने अदालत सीजेएम शिमला पेश किया, जहां से इन्हें पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।