सीएए की चिंगारी से सुलगी दिल्ली

By: Feb 25th, 2020 12:08 am

विरोध के नाम पर जाफराबाद में हिंसा, हैड कांस्टेबल समेत तीन लोगों की मौत, डीसीपी घायल

नई दिल्ली – नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध और समर्थन के नाम पर देश की राजधानी दिल्ली में जगह-जगह हो रहे प्रदर्शनों के बीच दो गुटों के बीच भड़की हिंसा में सोमवार को दिल्ली पुलिस के एक हैड कांस्टेबल समेत तीन लोगों की मौत हो गई। वहीं उपद्रवियों के हमले में एक डीसीपी भी घायल हो गए हैं। इसके अलावा प्रदर्शनकारियों की ओर की जा रही पत्थरबाजी में कई पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं। गोकुलपुरी इलाके में प्रदर्शनकारियों की तरफ  से की गई फायरिंग में हैड कांस्टेबल रतन लाल की जान चली गई। वह सहायक पुलिस आयुक्त के कार्यालय से जुड़े हुए थे। घायल हुए डीसीपी का नाम अमित शर्मा है, जिनकी पोस्टिंग शाहदरा में है। जाफराबाद इलाके में भारी संख्या में प्रदर्शनकारी लगातार जमा हैं। प्रदर्शनकारियों ने मौजपुर में दो घरों को आग के हवाले कर दिया है। कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। विरोध के नाम पर सरेआम गुंडागर्दी की गई। जाफराबाद में तनावपूर्ण हालात बने हुए हैं। यहां एक शख्स बीच रोड पर फायरिंग करते हुए देखा गया। इस शख्स ने पुलिस के सामने एक के बाद एक आठ गोलियां दागीं। फिलहाल उसकी पहचान नहीं हो पाई है। उपद्रवियों ने यहां एक पेट्रोल पंप को भी आग के हवाले कर दिया।  हिंसा की चिंगारी मानो आसपास के अन्य इलाकों में भी पहुंच गई। सोमवार को सीलमपुर में गोलियां चलीं। भजनपुरा में आगजनी की खबरें हैं। हालात से निपटने के लिए नॉर्थ ईस्ट जिला के प्रभावित दस इलाकों में धारा 144 लागू कर दी गई है और उपद्रवियों और असामाजिक तत्वों के खिलाफ  कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। हिंसाग्रस्त इलाकों में पैरा मिलिट्री फोर्स तैनात कर दी गई है। दिल्ली में हालात बिगड़ते देख मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार से मदद की गुहार लगाई है। सीएम केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि दिल्ली के कुछ हिस्सों में शांति और सद्भाव में गड़बड़ी की सूचना परेशान करने वाली है। मैं उपराज्यपाल और केंद्रीय गृह मंत्री से कानून और व्यवस्था को बहाल करने का आग्रह करता हूं। साथ ही किसी को भी माहौल खराब करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। वहीं, उपराज्यपाल अनिल बैजल ने दिल्ली पुलिस आयुक्त को कानून व्यवस्था बनाए रखने का निर्देश दिया है। बता दें कि सीएए के समर्थक और विरोधी गुटों के बीच रविवार को भी पत्थरबाजी हुई थी। सीएए समर्थक समूहों ने मौजपुर-बाबरपुर मेट्रो स्टेशन और मौजपुर चौक पर रैली की थी, जबकि सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों ने कबीर नगर और जाफराबाद क्षेत्र में अपना विरोध जताया था। इसी बीच यह अफवाहें भी चलीं कि भाजपा नेता कपिल मिश्रा और उनके समर्थक पथराव कर रहे थे, जिसके बाद हालात बिगड़े। लोगों ने पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। आरोप है कि जब झड़पें हुईं तो पुलिसकर्मी मूकदर्शक बने रहे और हिंसा को रोकने के प्रयास नहीं किए गए।


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