सूरज हत्याकांड में जैदी फिर चार्जशीट

By: Feb 21st, 2020 12:02 am

शिमला – कोटखाई प्रकरण में सूरज हत्याकांड मामले में तत्कालीन आईजी जहूर एच. जैदी को दूसरी बार चार्जशीट किया गया है। गुरुवार को गृह विभाग ने जैदी को सूरज हत्याकांड में महिला आईपीएस अधिकारी पर दबाव बनाने के आरोप में चार्जशीट किया है। इससे पहले उन्हें इसी केस में सूरज की हत्या का झूठा केस बनाने के आरोपों में चार्जशीट किया गया था। चार्जशीट में आरोपों को खारिज करते हुए जैदी ने खुद को बेकसूर बताया है। चार्जशीट का जवाब दायर होने पर पूर्व आईजी के खिलाफ विभागीय जांच शुरू हो गई है। प्रिंसीपल सेक्रेटरी लॉ यशवंत चौगल ने उनके खिलाफ विभागीय जांच के लिए पुलिस अफसरों की स्टेटमेंट ली है। इसी बीच गुरूवार को गृह विभाग ने पूर्व आईजी जहूर एच. जैदी के खिलाफ दूसरी चार्जशीट जारी कर दी। उल्लेखनीय है कि शिमला जिला की तत्कालीन एसपी सौम्या सांबशिवन ने मामले की सुनवाई के दौरान बयान दिया था कि इस मामले में जहूर एच जैदी केस को दबाने और बदलने का दबाव बना रहे थे। महिला पुलिस अधिकारी के बयान पर कड़ा संज्ञान लेते हुए अदालत ने हिमाचल सरकार को जैदी के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए थे। इस आधार पर उन्हें यह चार्जशीट जारी की गई है। उल्लेखनीय है कि चार जुलाई, 2017 को हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला के कोटखाई में एक छात्रा अचानक लापता हो गई थी। उसकी लाश दो दिन बाद वहां एक जंगल से बरामद हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला था कि उसकी रेप के बाद हत्या की गई थी। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने पूरे हिमाचल के साथ साथ देश को भी हिला कर रख दिया था और हिमाचल में इस मामले को लेकर लोगो के विरोध की भड़की आग को लेकर सरकार ने इस मामले की जांच के लिए शिमला पुलिस के आईजी जैदी की अगवाई में पुलिस की एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम बनाई थी। एसआईटी ने केस को सुलझाने का दावा करते हुए एक स्थानीय युवक और पांच मजदूरों को गिरफ्तार किया था, जिनमें नेपाली युवक सूरज भी शामिल था। कोटखाई थाने में 18 जुलाई, 2017 को सूरज की सदिंग्ध अवस्था में मौत हो गई थी। सीबीआई जांच में सामने आया था कि पुलिस के टॉर्चर से सूरज की मौत हुई थी। मामले में सीबीआई ने आईजी जहूर हैदर जैदी, एसपी डीडब्ल्यू नेगी, ठियोग डीएसपी मनोज जोशी, कोटखाई के पूर्व एसएचओ राजिंद्र सिंह, एएसआई दीप चंद, हेड कांस्टेबल सूरत सिंह, मोहन लाल, रफी मोहम्मद और कांस्टेबल रंजीत समेत कुल नौ लोगों के खिलाफ  केस दर्ज किया था। इन आरोपियों के खिलाफ  शिमला के सीबीआई कोर्ट में केस चल रहा था, लेकिन वहां इनकी तरफ से कोई वकील पेश नहीं हुआ, जिस कारण सुप्रीम कोर्ट ने केस को चंडीगढ़ ट्रांसफर करने का आदेश दिया था। इस मामले को लेकर पूर्व आईजी जहूर हैदर जैदी, एसपी डीडब्ल्यू नेगी और डीएसपी मनोज जोशी जमानत पर थे और बाकी सभी आरोपी बुड़ैल जेल में बंद हैं। अब जैदी को भी जमानत रदद् होने के बाद बुड़ैल जेल भेज दिया गया। इस मामले की अगली सुनवाई 24 फरवरी को है। इसी बीच विभाग ने जैदी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए दूसरी चार्जशीट जारी कर दी है।


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