हर कोई तलाश रहा परमार का कद घटाने की वजह

भाजपा में बड़े स्तर पर हो रहे सियासी उलटफेर से बने चौंकाने वाले समीकरण, हैरत में हैं कांगड़ा-चंबा

धर्मशाला  – भाजपा में बड़े स्तर पर हो रहे सियासी उलटफेर से चौंकाने वाले समीकरण बन रहे हैं। कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से बड़े नेता के रूप में उभर रहे विपिन सिंह परमार के पर कतरने से पूरे क्षेत्र के लोग हैरत में हैं। एक तरफ डा. राजीव बिंदल विधानसभा अध्यक्ष पद छोड़कर प्रदेशाध्यक्ष बना दिए, वहीं दूसरी ओर कांगड़ा के एक मंत्री किशन कपूर को पहले सांसद और अब दूसरे मंत्री परमार को विधानसभा अध्यक्ष बना दिया। हालांकि डा. बिंदल ने अपनी नई टीम में जिला कांगड़ा से आधा दर्जन पदाधिकारी बनाकर संगठन में प्रदेश के सबसे बड़े जिला का अधिमान दिया है, लेकिन अब निगाह जिला से छीनी गई सरकारी ताकत को लौटाने पर रहेगी। पार्टी संगठन में कांगड़ा को त्रिलोक कपूर के रूप में प्रदेश महामंत्री का बड़ा ओहदा देने के अलावा कृपाल परमार को उपाध्यक्ष, राकेश शर्मा को मीडिया प्रभारी और विशाल चौहान व वीरेंद्र चौधरी को सचिव का जिम्मा सौंपने के साथ-साथ ओपी चौधरी को ओबीसी मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष का जिम्मा दिया गया है। युवा मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष भी कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के चंबा जिला से अमित ठाकुर को बनाया गया है, लेकिन परमार का कद घटाने की वजह हर कोई तलाश रहा है। अब दो मंत्री पद खाली हो गए हैं। ऐसे में नूरपुर से विधायक राकेश पठानिया और लंबे समय से वरिष्ठता और जातीय समीकरणों का हवाला दे रहे रमेश धवाला या भटियात के विधायक विक्रम जरियाल पर सबकी नज़रें हैं कि क्या जयराम अपनी टीम में उन्हें शामिल कर रहे हैं।

फिलहाल चुप ही है धूमल खेमा

भाजपा में नए चेहरों को आगे लाने के चक्कर में पार्टी के समक्ष पुराने चेहरों की टीम के इकट्ठा होने से उभरने वाली गुटबाजी से पार पाना भी आसान नहीं होगा। धूमल खेमे के कई वरिष्ठ नेता फिलहाल चुप्पी साधे बैठे हैं। पार्टी संगठन व सरकार में खाली पड़े पद भरने में भाजपा ने दो साल निकाल दिए, लेकिन दो साल के लंबे इंतजार के बाद भी पुराने चेहरों में प्रवीन शर्मा के अलावा किसी को अधिमान नहीं मिल पाया है।

खत्म होती दिख रही टीम शांता

भाजपा में नए समीकरण देखें, तो पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार की टीम करीब-करीब समाप्त होती दिख रही है। एक-दूसरे को काटने में लगे रहे शांता के सिपाही सियासी खेल के शिकार हो गए हैं, जिसके चलते अब प्रदेश में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल और संगठन मंत्री पवन राणा की ही नई टीम बनती दिख रही है। नई टीम में कितना समन्वय बन पाता है, जनता की निगाहें इस सब पर रहेंगी।