हाइड्रोक्लोरिक एसिड में अमोनिया ज्यादा डालने से हुआ था विस्फोट

By: Feb 19th, 2020 12:03 am

शिमला, मतियानाशिमला जिला के मतियाना स्कूल में साइंस लैब में ब्लास्ट होने पर शिक्षा विभाग ने रिपोर्ट तलब की है। उच्च शिक्षा निदेशक अमरजीत ने जांच कमेटी का गठन किया है, वहीं शिमला उपनिदेशक कार्यालय से दो सदस्य कमेटी को जांच का जिम्मा सौंपा गया है। विस्फोट की जांच के लिए जुन्गा से फोरेंसिक टीम ने मंगलवार को दौरा कर साक्ष्य एकत्रित किए। वहीं मौके पर एसडीएम ठियोग कृष्ण कुमार शर्मा सहित शिक्षा निदेशक का जांच दल भी पहुंचा। प्रशासन की मौजूदगी में सील हुई लैब को खोला गया और जांच दल ने हर चीज की बारीकी से जांच की और स्पॉट पर बिखरे पड़े कांच और लकड़ी सहित अन्य टुकड़ों और खुले पड़े केमिकल की शिशियों को सैंपल के लिए कलेक्ट किया। इस दौरान कई चौंकाने वाले कई तथ्य सामने आए है। फोरेंसिक विभाग की प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ कि यह केमिकल विस्फोट था। हाइड्रोक्लोरिक एसिड और अमोनिया के एक साथ मिलने से धमाके की आशंका जताई जा रही है। फोरेंसिक लैब जुन्गा के सांइटिफिक ऑफिसर नसीब सिंह पटियाल ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया है कि लापरवाही के चलते यह विस्फोट हुआ। लैब में ज्वलनशील और विस्फोटक पदार्थ एक साथ रखे गए थे, प्रैक्टिकल के दौरान छात्रों को न तो मास्क दिए गए और न ही लैब कोट। यह खुलासा प्रारंभिक जांच में हुआ है।

एक्सपेरिमेंट कर रहा था छात्र और..

एक छात्र एक्सपेरिमेंट कर रहा था और उस वक्त करीब आठ छात्र लैब में मौजूद थे, जैसे ही छात्र ने फ्लास्क में केमिकल डाला, एकदम गैस बननी शुरू हो गई, विस्फोट की आशंका देखते हुए छात्र फ्लासक को जैसे ही बाहर फेंकने की कोशिश कर रहा था, उसी वक्त धमाका हुआ। बताया जा रहा है कि जो छात्र दरवाजे से अंदर आ रहे थे, वो धमाके की चपेट में आ गए। इससे कांच के टुकड़े छात्रों के शरीर में घुस गए, दो छात्रों का पीजीआई में इलाज चल रहा है, एक छात्रा और एक छात्र सुरक्षित हैं। बताया जा रहा है कि एक छात्रा की आंखों के ठीक ऊपर कांच लगा है, और उसे 12 टांके लगे हैं। हाथ में कांच के टुकड़े घुसे हैं, वहां टांके लगे हैं। इस मामले पर शिक्षा विभाग ने प्रिंसीपल, लैब  अटेंडेंट, व केमिस्ट्री टीचर के खिलाफ जांच मांगी गई है।

अब रिपोर्ट में ही सामने आएगा सच

बताया जा रहा है कि छात्रों ने कुछ पाउडर ज्यादा मात्रा में डाल दिया और ब्लास्ट हो गया। फिलहाल कहा तो यह भी जा रहा है कि जमा दो के छात्रों का प्रैक्टिकल भी उस समय खत्म हो गया था। वहीं, छात्र एग्जाम खत्म होने के बाद भी लैब में ही थे। फिलहाल कई तरह के सवाल अभी इस मामले पर उठ रहे हैं, अब देखना यह होगा कि जांच रिपोर्ट में क्या खुलासा होता है। अब जांच रिपोर्ट शिक्षा निदेशालय में पहुंच जाएगी। शिक्षा विभाग ने जांच के लिए मंगलवार तक का ही समय दिया था। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि विभाग के अधिकारी पूरी जांच कर रिपोर्ट निदेशालय में सौंप देंगे। शिक्षा विभाग ने रिपोर्ट में पूछा है कि उस दौरान छात्रों के साथ लैब में कौन था।

चार मार्च को कैसे परीक्षा देंगे ये छात्र

चार मार्च से स्कूलों में बोर्ड परीक्षाएं भी शुरू होनी हैं। अगर ये छात्र ठीक नहीं हुए, तो कैसे बोर्ड परीक्षाओं में भाग ले पाएंगे। फिलहाल यह बहुत बड़ा चिंतनीय विषय जहां अभिभावकों के लिए है, वहीं छात्रों को भी मानसिक तनाव बोर्ड परीक्षाओं को लेकर होने लगा है।

बच्चों के इलाज का खर्चा उठाएगी सरकार

शिक्षा, विधि एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मतियाना के विज्ञान प्रयोगशाला में प्रैक्टिकल के दौरान हुए धमाके के कारण घायल छात्रों के उपचार का खर्चा सरकार उठाएगी। इस हादसे में घायल बंटी और अंकिता को प्राथमिक उपचार के बाद आईजीएमसी से छुट्टी दे दी गई है, जबकि छात्र मुकुल व अजीत को पीजीआई चंडीगढ़ रैफर किया गया है। उन्होंने उपायुक्त शिमला व निदेशक शिक्षा को इन छात्रों के इलाज के प्रति अवश्य दिशा-निर्देश दिए तथा अन्य आवश्यक सुविधाएं भी उपलब्ध करवाने को कहा। उन्होंने निदेशक पीजीआई चंडीगढ़ डा. जगत राम को घायल छात्रों की उचित देखभाल के संबंध में बात की। उन्होंने बताया कि पीजीआई चिकित्सकों की टीम घायल छात्रों के इलाज के लिए तुरंत तैनात कर दी गई है। मुकुल का पीजीआई में सफल ऑपरेशन किया गया है, जबकि अजीत का इलाज पीजीआई के चिकित्सक अपनी सघन निगरानी में कर रहे हैं। उन्होंने घायल छात्रों के अभिभावकों से भी बात की और सरकार की ओर से सहायता व अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया।


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