18वें दिन भी डटे रहे लारजी के ग्रामीण

एनएचपीसी-जिला प्रशासन की ओर से नहीं मिला कोई जवाब,पार्वती का काम होगा ठप

सैंज-पार्वती में लारजी पंचायत के ग्रामीणों का अनशन 18वें दिन में प्रवेश कर गया है, लेकिन अभी तक न सरकार और न ही एनएचपीसी पसीज गई है। अब लारजी पंचायत के लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर चढ़ गया है। वहीं, अब तक एनएचपीसी और न ही जिला प्रशासन की ओर से कोई भी जवाब नहीं मिला है। जिससे खफा लारजी के ग्रामीणों ने अब जिला प्रशासन के विरुद्ध मोर्चा खोलने की तैयारी कर दी है। लिहाजा आने वाले समय में जिला प्रशासन को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। लारजी के ग्रामीणों ने बताया कि उनकी पंचायत में महिला प्रधान होने के कारण भी जिला प्रशासन चुप्पी साधे हैं इससे ग्रामीणों में शंका जाहिर होती है कि जिला प्रशासन आखिर लारजी के ग्रामीणों की मांग क्यों नहीं सुनती है। पंचायत प्रधान कांता देवी ने बताया कि पंचायत की महिलाएं पिछले 18 दिनों से भूखी प्यासी बैठकर अपने हक की लड़ाई लड़ रही है, लेकिन एनएचपीसी व प्रशासन कुंभकर्णी नींद में है। उन्होंने हैरानी जताते हुए बताया कि आज तक कोई भी प्रशासन की ओर से पंचायत के लोगों की सुध लेने नहीं पहुंचा है। कांता देवी ने बताया कि पिछले 18 दिनों से प्रशासन व एनएचपीसी को जगाने की कोशिश मेरी बहनों ने की है लेकिन करीब तीन सप्ताह बीत जाने के बावजूद भी एनएचपीसी व प्रशासन के कान में जूं तक नहीं रेंगी है। पंचायत प्रधान ने दो टूक शब्दों में मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि अगर एनएचपीसी व प्रशासन का यही रवैया रहा तो ग्राम पंचायत लारजी व स्थानीय ग्रामीण भविष्य में एनएचपीसी चरण तीन का काम ठप करने से कोई गुरेज नहीं करेंगे। उन्होंने बताया कि लारजी पंचायत की एक सूत्री मांग को उन्होंने हर पटेल तक पहुंचाया है। बावजूद इसके प्रशासन व एनएचपीसी चुप्पी साधे हुए हैं। उन्होंने कहा कि एनएचपीसी व प्रशासन पंचायत के लोगों की शांति का फायदा न उठाएं नहीं तो भविष्य में खामियाजा भुगतना पड़ेगा। कांता देवी ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि अगर एनएचपीसी व प्रशासन ने उनकी मांग पर जल्द गौर नहीं किया तो ग्राम पंचायत लारजी पार्वती परियोजना चरण- तीन का काम ठप करेगी। जिसकी जिम्मेदार एनएचपीसी चरण-तीन होगी।