कमलनाथ सरकार की अग्निपरीक्षा आज

By: Mar 16th, 2020 12:09 am

फ्लोरटेस्ट पर संशय बरकरार, कांग्रेस सरकार को ‘कोरोना’ की आड़

भोपाल-मध्य प्रदेश में राज्यपाल लालजी टंडन के निर्देशों के बाद सोमवार को कमलनाथ सरकार का बहुमत परीक्षण होगा। हालांकि, कमलनाथ सरकार सोमवार को विधानसभा में बहुमत साबित करेगी या नहीं, इस पर संशय बरकरार है। दरअसल बंगलूर में डेरा डाले सिंधिया गुट के 19 विधायकों की वापसी को लेकर तस्वीर साफ  नहीं हुई है। विधायकों ने शनिवार को राज्यपाल लालजी टंडन को पत्र लिखकर भोपाल वापसी पर सुरक्षा की मांग की थी। गौरतलब है कि कांग्रेस के बागी 22 विधायक विधानसभा की सदस्यता से अपना त्यागपत्र भेज चुके हैं। विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने इनमें से छह विधायकों के त्यागपत्र शनिवार शाम को स्वीकार कर लिए थे, जबकि 16 विधायकों के त्यागपत्र पर फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया है। इन विधायकों के सोमवार सुबह बंगलूर से भोपाल पहुंचने की उम्मीद है। इन 22 विधायकों में से 19 बंगलूर में एक रिजॉर्ट में हैं, जबकि तीन विधायकों का अब तक कोई पता-ठिकाना नहीं है। उधर, कांग्रेस ने अपने विधायकों को व्हिप जारी करते हुए 16 मार्च से 13 अप्रैल तक चलने वाले विधानसभा में मौजूद रहने और सत्ता पक्ष के समर्थन में वोटिंग का निर्देश दिया है। इसी के चलते कांग्रेस ने अपने जिन विधायकों को बसों के जरिए जयपुर भेजा था, उन्हें रविवार को वापस बुला लिया। विधायकों की वापसी पर उनकी कोरोना वायरस की जांच करवाने का फैसला लिया गया है। कोरोना वायरस का टेस्ट करने वाली डाक्टरों की टीम भोपाल के उस होटल में पहुंची, जहां विधायक ठहरे हुए थे। मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री पीसी शर्मा ने बताया कि जयपुर से जितने भी विधायक भोपाल लौटे हैं, उन सभी का कोरोना टेस्ट करवाया गया है। इसके अलावा हरियाणा और बंगलूर से आने वाले विधायकों का भी कोरोना टेस्ट करवाए जाने की चर्चा है। गौर हो कि हरियाणा में भाजपा के विधायक, जबकि बंगलूर में कांग्रेस के बागी विधायक रखे गए हैं। उधर, तराना के कांग्रेस विधायक महेश परमार ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हमारे कुछ साथियों का स्वास्थ्य खराब है। एक-दो विधायकों में कोरोना जैसे लक्षण नजर आ रहे हैं। जब उनसे पूछा गया कि वे मजाक तो नहीं कर रहे तो परमार ने कहा कि कैसी बात कर रहे हैं। विधायक होकर मजाक करेंगे। भगवान दुश्मन के साथ भी ऐसा न करे। दरअसल कयास लगाए जा रहे हैं कि कमलनाथ सरकार कोरोना वायरस के बहाने फ्लोर टेस्ट और बजट सत्र को टालना चाहती है। उधर, गुरुग्राम के होटल आईटीसी ग्रैंड में ठहराए गए अपने विधायकों से रविवार को मुलाकात के बाद वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कमलनाथ सरकार विश्वास खो चुकी है, उसका गिरना तय है। शिवराज ने इन विधायकों से मिलकर सोमवार को संभावित फ्लोर टेस्ट की रणनीति बनाई। उन्होंने कहा विधायकों को फ्लोर टेस्ट के लिए कब जाना है, ये हम जल्द तय करेंगे। हमारे विधायक उत्साह से भरे हैं।


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