कोरोना नहीं, राशन खत्म होने का डर

अंब – 21 दिन के लॉकडाऊन के बाद केंद्र व प्रदेश सरकार ने इसकी पालना के लिए जिला मैजिस्ट्रेट व एसपी को दी गई सख्त हिदायत के बावजूद अंब मुख्यालय में लॉकडाऊन व कर्फ्यू के मापदंडों की सरेआम धज्जियां उड़ती नजर आ रही हैं।द्ध सोमवार को कर्फ्यू की ढील के दौरान लोगों के साथ-साथ दो पहिया, चौपहिया वाहनों की भीड़ देख ऐसा प्रतीत हो रहा था कि अंब में लॉकडाऊन व कर्फ्यू के दौरान वाहन चलाने व दुकानों पर एकत्रित होने के लिए कोई मनाही नहीं है। इस दौरान चौक पर खडे़ कुछ पुलिस कर्मचारी भी इस भीड़ को तित्तर-बित्तर करवाने में असमर्थ नजर आ रहे थे। यहां सब्जी, किराना व मेडिकल स्टोर की दुकानों पर इतनी भीड़ देख ऐसा लग रहा था कि शायद लोगों को भय कोरोना वायरस का नहीं, बल्कि घर पर सामान रखने का सता रहा है। बस अड्डा अंब से लेकर मुख्य चौक तक सड़क के दोनों किनारे स्कूटर, कारों के साथ-साथ लोगों की भीड़ देख ऐसा दिखाई दे रहा था कि अंब में कोरोना वायरस का कोई खतरा नहीं है। यदि लोग इसी तरह जान को जोखिम में डालकर नियमों की अवहेलना करते रहे तो आने वाले दिनों में यह बीमारी बहुत बड़ा संकट पैदा कर सकती है। कोरोना वायरल से बचने के लिए सबसे जरूरी सोशल डिस्टेंस की पालना करना है। लेकिन लोग प्रधानमंत्री, सीएम व प्रशासनिक अधिकारियों की बार-बार की अपील के बावजूद समूह में बैठकर व घूम फिरकर इसको हल्के में लेकर सरकार की उम्मीदों पर पानी फेर रहे हैं। डीएसपी मनोज जम्वाल ने बताया कि नियमों की पालना करवाने के लिए पुलिस कड़ाई से निपट रही है।