घर जाने की जिद पर अड़े मजदूर

पालमपुर में फंसे झारखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, जम्मू कश्मीर, राजस्थान व बंगाल के प्रवासी

पालमपुर – चायनगरी पालमपुर में हजारों प्रवासी मजदूर लॉकडाउन के  दौरान अपने घरों में कैद हैं। इन प्रवासियों में झारखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, जम्मू कश्मीर, राजस्थान व बंगाल राज्यों के मजदूर शामिल हैं। ‘दिव्य हिमाचल’ ने इनके ठिकाने पर पहुंचकर मुश्किल की इस घड़ी में इन प्रवासियों  के साथ दर्द साझा किया, तो पाया गया कि कुछ  ठेकेदार व समाजसेवी संस्थाओं के माध्यम से थोड़ा बहुत राशन इन लोगों के पास है, लेकिन आगामी दिनों में क्या होगा। अगर लॉकडाउन लंबा चलता है, तो इन लोगों को भूखों मरने की नौबत भी आ सकती है। इसके लिए इन लोगों की चिंता बरकरार है। यह मजदूर अपने घरों के पलायन के लिए भी बेकरार दिखाई दे रहे हैं, लेकिन  अभी स्थानीय प्रशासन द्वारा एक राज्य से दूसरे राज्य या एक जिला से दूसरे जिला में जाने की परमिशन न देने के कारण इन लोगों को मजबूरन अपने कमरों में बंद होकर समय व्यतीत करना पड़ रहा है। इन मजदूरों का कहना है कि उनके पास मकान का किराया  देने के लिए भी पैसे नहीं है ।  ऐसे में प्रशासन उनकी सहायता करें। रूम का किराया देने में असमर्थ इन दिहाड़ीदार मजदूरों  को यह डर भी सता रहा है कि जहां किराए पर रह रहे हैं। वह लोग भी उन्हें कुछ दिनों बाद घर से निकाल देंगे, तो फिर वह कहां जाएंगे।  मजदूरों के साथ यहां कुछ  प्रवासी लोग रेहड़ी इत्यादि लगाकर भी अपना काम धंधा चला रहे थे, लेकिन कोरोना वायरस के चलते कर्फ्यू चल रहा है। सभी काम धंधे बंद है, जिस कारण यह लोग यहां से घर जाने की जिद्द करने को मजबूर हो रहे हैं। स्थानीय लोग भी इन मजदूरों को दूध व राशन इत्यादि हरसंभव उपलब्ध करवाने का भरोसा दिला रहे हैं।