जरूरतमंदों को पंचायत स्तर पर मिलेगा आश्रय

उपायुक्त ने पंचायत प्रधानों-सचिवों-सहायकों को बनाया निगरानीकर्ता

हमीरपुर – हमीरपुर जिला में बाहरी राज्यों से आए प्रवासी तथा अन्य गरीब व जरूरतमंदों के लिए पंचायत स्तर पर आश्रय स्थल बनाए जाएंगे। पंचायतों में इनकी निगरानी हेतु निगरानीकर्ता तैनात किए जा रहे हैं। जिला दंडाधिकारी एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष हरिकेश मीणा ने इसके बारे में आदेश पारित किए हैं। इन आदेशों के अनुसार जिला की सभी ग्राम पंचायतों के प्रधान (अपनी पंचायत की सीमा में) तथा सभी पंचायत सचिव व पंचायत सहायक (अपने कार्यक्षेत्र में) निगरानीकर्ता नियुक्त किए गए हैं। उपमंडल स्तर पर गरीब व जरूरतमंद लोगों के लिए आश्रय स्थल तथा भोजन की व्यवस्था इनके सहयोग से सुनिश्चित की जाएगी। इन जरूरतमंदों में कोविड-19 के निवारक व नियंत्रक उपायों के दृष्टिगत हुए लॉकडाउन के कारण आवाजाही न कर सकने वाले प्रवासी मजदूर भी शामिल हैं, जो प्रवासी व्यक्ति अपने घर इत्यादि को जाने के उद्देश्य से बाहर निकले हैं, ऐसे लोगों को समुचित स्क्रीनिंग के उपरांत इन आश्रय स्थलों में रखा जाएगा और वहां क्वारंटीन की सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाएगी। निगरानीकर्ता यह भी सुनिश्चित करेंगे कि उनके क्षेत्र में विदेश यात्रा से लौटे प्रत्येक व्यक्ति की पहचान कर ली गई है और उसका ब्यौरा प्राप्त कर लिया गया है। अगर कोई व्यक्ति छूट गया हो, तो संबंधित विकास खंड अधिकारी के माध्यम से उसकी जानकारी तुरंत उपलब्ध करवानी होगी। विदेश यात्रा से लौटे या बाहरी राज्यों से आए व्यक्तियों की भी इनके द्वारा निगरानी की जाएगी और वे सुनिश्चित करेंगे कि संबंधित व्यक्ति घर पर संगरोध (क्वारंटीन) नियमों की अनुपालना करे। वे विदेश या बाहरी राज्यों से पंचायत में आने वाले व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें घर में ही संगरोध के लिए रखेंगे। इसके अतिरिक्त वे ऐसे लोगों पर भी नजर रखेंगे जो किन्हीं अन्य कारणों से राज्य से बाहर यात्रा पर रहे हों। ऐसे व्यक्तियों को पंचायत में प्रवेश करने पर कोविड-19 से संबंधित सभी सावधानियों व उपायों का पालन करने व उन्हें क्वारंटीन करना भी सुनिश्चित करेंगे।