जान-जोखिम डाल कर पहुंच रहे घर

पठानकोट – कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए कर्फ्यू के कारण आम लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। माधोपुर के साथ सटे जे एंड के के लखनपुर पुल से किसी भी व्यक्ति को भीतर जाने की अनुमति नहीं है। अब बाहरी राज्यों में काम करने वाले मजदूर अपने घरों को लौटने के लिए जान जोखिम में डाल रहे हैं। दिन के समय माधोपुर-सुजानपुर में समय व्यतीत करने के बाद रात के अंधेरे में रावी दरिया का सहारा ले रहे हैं। दरिया किनारे से पैदल आवागमन कर जे एंड के की सीमा में घुस रहे हैं।  ये लोग दिल्ली एवं अन्य प्रांतों में प्राइवेट कंपनियों में कार्यरत हैं और उद्योगों के बंद होने पर घरों को जा रहे हैं। पैदल और वाहनों के सहारे पठानकोट तक पहुंचे हैं, लेकिन आगे जाने की उन्हें अनुमति नहीं मिल रही है। यही वजह है कि दरिया के सहारे जे एंड के सीमा में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे हैं।   दूसरी तरफ  माधोपुर के साथ सटे लखनपुर में हर बाहरी व्यक्ति का कोरोना स्क्रीनिंग की जा रही है। लेकिन वहां पर अधिक भीड़ होने पर जे एंड के प्रशासन ने पंजाब से आने वाले सभी यात्रियों के दाखिल होने पर मनाही कर दी है। जबकि मजदूरों का रावी दरिया से घुसना उनकी सुरक्षा के साथ ही स्वास्थ्य की दृष्टि से भी महंगा साबित हो सकता है।

100 लोगों का हो चुका है रेस्क्यू

इसके अलावा जिला प्रशासन ने बाहरी राज्यों के सौ मजदूरों का रेस्क्यू किया है और उन्हें उनके घरों तक पहुंचाया है। परंतु अब मजदूरों के पठानकोट से बाहर जाने और दूसरे जिलों या राज्यों से लोगों के आने पर मनाही कर दी है। उधर डीसी गुरप्रीत खैरा ने कहा है कि प्रशासन-पुलिस सतर्कता बरते हुए है। किसी को भी नियमों को तोड़ने की अनुमति नहीं है। यदि किसी भी व्यक्ति को कोई दिक्कत आती है, तो वे हेल्पलाइन नंबर पर मदद मांग सकते हैं।