जालंधर से पैदल ही हमीरपुर के भरेड़ी पहुंच गया नौजवान

दो दिन में तय किया पौने दो सौ किलोमीटर सफर

हमीरपुर – कोरोना वायरस के खौफ से हर कोई सहमा हुआ है। लोगों को संक्रमण से बचाया जा सके, इसके लिए राज्य सरकारों को लॉकडाउन से लेकर कर्फ्यू तक लगाने पड़े। सरकार के इन आदेशों के बाद मची अफरा-तफरी में कुछ लोग अपने-अपने घरों की ओर दौड़े। सबसे पहले कर्फ्यू की घोषणा रविवार को जालंधर में हुई, उसके बाद सोमवार को पड़ोसी राज्य हिमाचल ने भी कर दी। इस बीच बहुत सारे प्रदेश के लोग दूसरे राज्यों में फंस गए, क्योंकि कर्फ्यू में वाहनों की आवाजाही पूर्ण रूप से बंद रहती है। ऐसे में कुछ युवक पैदल ही कई किलोमीटर का तय कर घर पहुंच रहे हैं। हमीरपुर में भी गुरुवार को एक मामला उस वक्त सामने आया, जब जालंधर में निजी कंपनी में काम करने वाला एक युवक दो दिन करीब पौने दो सौ किलोमीटर का सफर तय कर हमीपुर पहुंचा। युवक के घर हमीरपुर से आगे 25 किलोमीटर दूर भरेड़ी में हैं। वहां के लिए भी वह पैदल ही रवाना हुआ। युवक के पैरों में पूरी तरह से छाले पड़ चुके हैं। उसने बताया कि वह 24 मार्च की रात को जालंधर से पैदल निकला था। उसके साथ चार और युवक थे, जो कि कांगड़ा और अन्य जगहों के थे। वे अब आगे निकल गए। युवक ने बताया कि दो दिन वे लोग लगातार पैदल चलते रहे। बाजार बंद थे। जहां कहीं दुकान खुली मिली वहां जो कुछ मिलता था खा लेते थे, लेकिन भरपेट खाना नहीं खा पाए। युवक ने बताया कि उन्हें आभास हो गया था कि अब जो हालात बने हैं, वे जल्द ठीक नहीं होंगे। तौर पर पुलिस की सराहना करते हुए बताया कि सड़कों पर ड्यूटी देने वाले जवानों ने उनकी बड़ी मदद की। वे उन्हें गाइड करते थे कि पुलिस नाकों को देखकर भागना मत।

दो वक्त की रोटी मिल जाए

कर्फ्यू के दौरान यातायात व्यवस्था बंद होने से बाहरी राज्यों में काफी संख्या में लोग फंसे हुए हैं। गुरुवार को दूरभाष पर मीडिया से की गई बातचीत में उन युवकों ने आग्रह किया है कि जब तक हालात ठीक नहीं होते प्रदेश सरकार दूसरे राज्यों की सरकारों से बात करके उनके लिए केवल दो वक्त रोटी की व्यवस्था करवा दे, ताकि उन्हें भूखा न रहना पड़े।