डंगों के निर्माण की करवाएंगे जांच

पक्ष ने सराहा, विपक्ष ने नकारा जयराम सरकार का बजट

शिमला – सदन में बुधवार को मुख्यमंत्री के तीसरे बजट पर चर्चा शुरू हुई। इस दौरान सत्तापक्ष के विधायकों ने बजट को विकासोन्मुखी करार दिया, वहीं विपक्ष ने इसे नकार दिया। विधायक मोहन लाल ब्राक्टा ने कहा कि नाबार्ड और विधायक निधि में सरकार ने बजट बढ़ाया है, जिसके लिए वह सरकार के धन्यवादी हैं, मगर इसे और बढ़ाया जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति ठीक नहीं है, रोहडू का एक युवक 30 नवंबर से गायब है, जिसका अभी तक कोई पता नहीं है। उन्होंने रोहडू में आईपीएच द्वारा दिए गए ठेकों को लेकर सवाल उठाया, जिनका कहना था कि वर्क ऑर्डर दिए गए हैं, मगर डंगों का पता नहीं। इसपर जलशक्ति मंत्री ने कहा कि इसकी जांच करवाई जाएगी। विधायक राजेंद्र गर्ग ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा पेश बजट सर्वस्पर्शी, समतायुक्त व करमुक्त बजट है जिसके लिए सीएम बधाई के पात्र हैं। भाजपा विधायक बलबीर सिंह चौधरी ने चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने गरीबी दूर करने के लिए बजट में पूरा प्रावधान रखा गया है। भाजपा विधायक बलबीर वर्मा ने कहा कि डबल इंजन का असर है कि 90 अनुपात 10 का स्टेटस हिमाचल को दिया गया। दो सालों में पांच गुणा ज्यादा पैसा मिला है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का परिणाम है कि प्रदेश की दूरदराज क्षेत्र की पंचायतें सड़कों से जुड़ी हैं। टैक्स मुक्त बजट देकर सभी को राहत प्रदान की है। सदन में चर्चा गुरुवार को भी जारी रहेगी।

बजट में विजन ही नहीं

विधायक लखविंद्र सिंह राणा ने कहा कि जितने भी मुख्यमंत्री प्रदेश के रहे हैं, उन सबका प्रदेश के लिए योगदान रहा। उन्होंने हैरानी जताते कहा कि बजट में भी सरकार ने लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव का जिक्र किया, जो कि नहीं किया जाना चाहिए था। कांग्रेस विधायक राजेंद्र सिंह राणा ने कहा कि इस बार के बजट में विजन नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने 2017 के चुनाव में कई घोषणाएं की थी, जिसे अभी तक पूरा नहीं किया है।