पहले आइसोलेशन… फिर पहुंचेंगे घर

गगरेट  – कोरोना वायरस को लेकर लाकडाउन के दौरान पड़ोसी राज्यों द्वारा वहां कार्यरत प्रदेशवासियों को घरों को जाने की दी गई इजाजत ने जिला प्रशासन की मुसीबतें बढ़ा दी हैं। बाहर से आ रहे लोगों को बिना निगरानी में रखे घरों को जाने देने से नाराज केंद्र सरकार द्वारा प्रदेश की सीमाओं पर ही बाहर से आने वाले लोगों को क्वारंटीन करने के दिए गए आदेश के बाद अब उन भवनों का चयन किया जाने लगा है जहां इन लोगों को अगले चौदह दिनों तक निगरानी में रखा जाएगा। इसी के चलते अब राजकीय माडल स्कूल अंबोटा को भी क्वारंटीन सेंटर के रूप में विकसित किया गया है। यहां दो सौ लोगों को क्वारंटीन करने की व्यवस्था होगी। प्रशासन की परेशानी यह रहेगी कि अगर बाहर से आने वाले लोगों की संख्या बढ़ी तो आबादी से दूर ऐसे और भवन ढूंढने पड़ेंगे जहां क्वारंटीन सेंटर विकसित किए जा सकें। केंद्र सरकार के आदेश के बाद अब अपने घरों को सुरक्षित समझ कर दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को सीधा घर में प्रवेश नहीं मिलेगा बल्कि उन्हें प्रदेश की सीमाओं पर ही अगले चौदह दिन तक क्वारंटीन सेंटर में निगरानी में रहना होगा।  एसडीएम विनय मोदी ने बताया कि अब पड़ोसी राज्यों से आने वाले लोगों को सीधा घरों को जाने की इजाजत नहीं होगी। उन्हें पहले राजकीय माडल वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल अंबोटा में बनाए गए क्वारंटीन सेंटर में अगले चौदह दिन तक निगरानी में रखा जाएगा। यहां दो सौ बेड की व्यवस्था की जा रही है। इनके भोजन की व्यवस्था भी यहीं की जाएगी।