प्रवासी मजदूरों पर अलर्ट

चंडीगढ़ – करोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए लागू कर्फ्यू के दौरान पंजाब से चंडीगढ़ में प्रवासियों के पहुंचने की सूचना पर देर रात तक पुलिस शहर में अलर्ट रही। डीआईजी ओमवीर सिंह और एसएसपी निलांबरी जगदाले के नेतृत्व में कुल 42 प्रवासियों को मलोया स्थित कम्युनिटी सेंटर में बनाए शेल्टर होम में सुरक्षित पहुंचाया गया। जहां उनके खाने-पीने की और रहने की पूरी व्यवस्था की गई है। चंडीगढ़ के एसएसपी के नेतृत्व में कुल 42 प्रवासियों में 37 पुरुष, दो महिला और तीन बच्चे शामिल हैं। सभी को मलोया के कमेटी सेंटर में बनाया शेल्टर होम में रखा गया है। प्रशासक सलाहकार मनोज परीदा ने कहा है कि कोई भी प्रवासी मजदूर या व्यक्ति दिल्ली की ओर जाता या आता दिखता है, तो उसकी सूचना तुरंत हेल्पलाइन नंबर 112 पर दी जा सकती है। प्रशासन का कहना है कि ऐसे लोगों को शेल्टर होम में रोका जाएगा और उन्हें खाने रहने की व्यवस्था उपलब्ध करवाई जाएगी। परीदा ने आदेश दिया है कि जब तक कोरोना वायरस की रोकथाम सुनिश्चित नहीं हो जातीए तब तक इन लोगों को शेल्टर होम में ही रखा जाएगा। फेडरेशन ऑफ सेक्टर्स वेलफेयर एसोसिएशनस ऑफ चंडीगढ़ (फॉसवेक) के चेयरमैन बलजिंदर सिंह बिट्टू ने कहा कि इस समय चंडीगढ़ और भारत वर्ष एक बहुत नाजुक दौर से गुजर रहा है। अगले कुछ हफ्ते कोरोना वायरस की दृष्टि से बहुत अहम हैं। स्कूलों और सरकारी भवन जैसे पंचायत भवन, किसान भवन इत्यादि में इन सभी जरूरतमंद गरीब लोगों को आश्रय और खाना दिया जाना चाहिए। बिट्टू ने सभी सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं के साथ-साथ चंडीगढ़ के सामर्थ्यवान लोगों से भी अपील की कि वे इस कार्य में प्रशासन को सहयोग करें।