मीडिया को देख रो पड़े दो दिनों से भूखे-प्यासे मजदूर

‘दिव्य हिमाचल’ को सुनाई दास्तां, प्रशासन से लगाई मदद की गुहार; कहा, खाने की व्यवस्था करो या फिर घर भेजने का इंतजाम

कुल्लू – दो दिनों से भूखे-प्यासे बाहरी राज्यों के मजदूर मीडिया कर्मियों को देखते ही रो पड़े। देश भर में चल रहे लॉकडाउन और सूबे में लगे कर्फ्यू के चलते कुल्लू में सैकड़ों बाहरी राज्यों के मजदूर फंसे हुए हैं, जो भूख-प्यास से तड़फ रहे हैं। शनिवार को जैसे-तैसे कमरों में बंद मजदूरों ने कर्फ्यू में छूट के दौरान प्रशासन के द्वार मदद के लिए आने का प्रयास किया। जब ढालपुर चौक में मीडिया कर्मियों को मजदूरों ने देखा तो वे उनके पास दौड़े-दौड़ आए और रो पड़े। जैसे ही ‘दिव्य हिमाचल’ को यह मजदूर व्यथा सुना रहे थे तो एसपी कुल्लू गौरव सिंह और स्थानीय विधायक सुंदर सिंह ठाकुर भी मौके पर पहुंचे। उसके बाद जाकर इन मजदूरों के खाने-पीने की व्यवस्था हुई। इस दौरान स्थानीय विधायक सुंदर सिंह ठाकुर, अन्नापूर्णा और साथी ट्रस्ट सामने आए और इन मजदूरों के खाने के लिए शोभला होटल के प्रांगण में व्यवस्था की। अब इन मजदूरों के लिए अन्नपूर्णा और साथी ट्रस्ट खाना पैक पर सुबह-शाम इनके कमरों तक छोड़ेगा। जहां यह मजदूर रह रहे हैं। विधायक ने इस दौरान सभी मजदूरों के आधार कार्ड लिए और इनकी संख्या की डिटेल बनाई। इस दौरान बाकायदा सेनेटाइजर भी मजदूरों को दिए गए। वहीं, खाना भी बाकायदा सेनेटाइजर के बाद मजदूरों को विधायक ने सभी मजदूरों को दूरी-दूरी पर बिठाकर करवाया। ‘दिव्य हिमाचल से बातचीत करते हुए मजदूरों ने बताया कि वह पिछले दो दिनों से भूखे हैं। मजदूरों का कहना है कि उनके पास जो पैसा था, वह बिजली बिल भर दिया। इसके बाद इनके पास कुछ भी पैसा नहीं  हैं। क्वार्टर में राशन खत्म हो गया है। दो दिन भूख से अपने कमरे में तड़फते रहे। जैसे ही सुबह दस बजकर 15 मिनट हुए और कर्फ्यू में ढील थी तो यूपी और बिहार के मजदूर भूख में तड़फते हुए प्रशासन के द्वार की तरफ निकल पड़े। यही नहीं जब ‘दिव्य हिमाचल’ कुल्लू की टीम ढालपुर चौक में कर्फ्यू की स्थिति को लाइव कर रही थी तो इसी दौरान यह मजदूर सीधे मीडिया कर्मियों के पास स्थित एसपी कार्यालय के पास पहुंचे। इस दौरान कर्मियों ने मीडिया को अपनी भूखी-प्यासी दास्तां को सुनाया। बता दें कि शनिवार को ढालपुर में 80 के करीब मजदूर कर्फ्यू ढील के दौरान बाहर निकले और इन्हें विधायक ने खाना खिलाया। वहीं, विधायक सुंदर सिंह ठाकुर ने इन्हें कहा कि अपने कमरे से बाहर न निकलें, उन्हें आश्वासन दिया कि सुबह दस बजे और शाम सात बजे उनके कमरे के पास खाना पहुंचाया जाएगा। ये मजदूर मान गए हैं। मजदूरों ने प्रशासन से यह भी गुहार लगाई है कि यहां उन्हें यहां पर खाने का प्रबंधन किया जाए या घर जाने की व्यवस्था की जाए। विधायक सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि मजदूरों को भूखे-प्यासे रहने नहीं दिया जाएगा। उनके खाने की व्यवस्था की जाएगी। बता दें कि जिला कुल्लू में काफी संख्या में बाहरी राज्य के मजदूर हैं। इनके पास पैसे नहीं हैं। जिन ठेकेदारों के पास काम करते हैं वे भी इनका सहयोग नहीं कर रहे हैं। विधायक सुंदर सिंह ठाकुर ने जिला के लोगों से अपील की है कि इस स्थिति में इनकी सहायता के लिए हाथ बढ़ाएं। विधायक ने कहा मजदूरों को लॉकडाउन और कर्फ्यू की पालना करने के लिए कहा।