रामपुर में 90 पुलिस कर्मियों ने संभाला मोर्चा

रामपुर बुशहर – खुद की परवाह किए बगैर पुलिस आपकी सुरक्षा में दिन रात तत्पर है। बावजूद इसके कई लोग अभी भी इस भयंकर बीमारी को हल्के में ले रहे हैं। कोरोना वायरस को रोकने के लिए रामपुर उपमंडल में 90 पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं। इतना ही नहीं 25 वन रक्षक भी इस विकट स्थिति में मैदान में हैं। लॉकडाउन के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने को लेकर पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। जानकारी के मुताबिक नारकंडा से लेकर ज्यूरी तक पुलिस ने 10 से अधिक स्थानों पर नाकाबंदी कर रखी है और केवल आपात की स्थिति को देखते हुए ही लोगों की आवाजाही करने दी जा रही है। वहीं बेवजह घूम रहे लोगों पर भी पुलिस सख्ती से कार्रवाई अमल में ला रही है। ऐसा नहीं है कि कोरोना वायरस का खौफ पुलिस कर्मियों पर नहीं है, लेकिन इसकी परवाह किए बगैर पुलिस अपनी सेवाएं बखूबी दे रही है, लेकिन ऐसे लोग भी हैं जो बार-बार बोलने पर भी अपने घरों से बाहर बेवजह निकल रहे हैं। ऐसे लोगों पर पुलिस सख्त कार्रवाई तो कर रही है, लेकिन इस बीमारी के गंभीर परिणामों को लोग नजरअंदाज कर रहे हैं। पुलिस प्रशासन ने नारकंडा, कुमारसैन, सैंज, कोटगढ़, सुंगरी, नोगली, वजीर बावड़ी, रामपुर के चौधरी अड्डे, झाकड़ी और ज्यूरी में नाके लगा रखे हैं। यहां से गुजरने वाले हर शख्स की पुलिस जांच कर रही है। वहीं, लॉकडाउन में ढील के दौरान भी पुलिस लोगों में सामंजस्य स्थापित कर सरकार द्वारा जारी निर्देशों की पालना करने बारे जागरूक कर रही है। इसके अलावा पुलिस संदिग्ध गतिविधियों पर भी नजर बनाए हुए है। रविवार को कर्फ्यू के पांचवें दिन रामपुर बाजार में लोगों की कम ही आवाजाही रही, लेकिन जिस तरह से लोग अपनी नैतिक जिम्मेदारी न समझते हुए पुलिस का काम बढ़ा रहे हैं वह चिंताजनक है। पुलिस का कहना है कि लोगों को खुद समझ होनी चाहिए कि वे घरों से बाहर न निकलें लेकिन लोग अभी भी इस भयंकर बीमारी की आहट को समझ नहीं पा रहे हैं।