सोलन में झमाझम बारिश…मौसम कूल-कूल

गुरुवार रात से शुक्रवार दोपहर बाद तक जमकर बरसे मेघ, मार्च महीने में दिसंबर-जनवरी जैसी ठंड

सोलन – मौसम की बेरुखी से एक बार फिर सर्दी लौट आई है। आलम यह है कि न तो स्वेटर उतर पा रहे हैं और न ही जैकेट खोलने का मौसम मौका दे रहा है। दो दिन गर्मी के बाद तीसरे दिन हो रही ठंड का खमियाजा भी लोगों को भुगतना पड़ रहा है। यही कारण है कि लोग वायरल की चपेट में आ रहे हैं।  बता दें कि जिला सोलन में गुरुवार आधी रात के बाद बादलों ने जमकर बरसना शुरू किया। बारिश का यह क्रम शुक्रवार दोपहर बाद तक जारी रहा। इसी बीच ठंड ने लोगों को ऐसे जकड़ा कि लोग सुबह से ही अलाव जलाकर और हिटर सेंक कर ठंड को भगाते रहे। बारिश और ठंड की दोहरी मार ने स्कूली बच्चों की मुश्किलें बढ़ा दी और लगी बारिश में ही सुबह सवेरे स्कूल जाना पड़ा। इसके बाद यही हाल निजी एवं सरकारी दफ्तर जाने वाले कर्मचारियों का भी रहा। बारिश के कारण बाजार की रौनक तो फीकी है ही, जो कोई भुला भटका पहुंचा भी है वह भी ठंड से ठिठुरता रहा। यही नहीं इससे तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गई है। यही कारण है कि लोगों की ठिठुरन कम होने का नाम नहीं ले रही है। दूसरी तरफ मौसम विभाग की ओर से जारी पूर्वानुमान हालांकि राहत लेकर आया है। विभाग की मानें तो आगामी चार से पांच दिन तक जिला सोलन में बारिश का क्रम थम जाएगा और लोग धूप का आनंद उठा पाएंगे। शुक्रवार को हुई बारिश से शहर में कई जगहों पर जलभराव हो गया।  इससे दोपहिया वाहन चालकों के अलावा राहगीरों को भी खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। यही नहीं ये बारिश किसान एवं बागबानों की फसलों के लिए संजीवनी मानी जा रही है। बता दें कि इन दिनों जिला में गेहूं की फसल के अलावा विभिन्न फसलों की पनीरी तैयार की  जा रही है। पनीरी तैयार करने के लिए यह बारिश काफी लाभप्रद मानी जा रही है। चिंता की बात यह है कि बदलते मौसम के तेवर के कारण लोग वायरल की चपेट में आ रहे हैं, जिस कारण खांसी जुकाम एवं बुखार से पीडि़त है। समस्या यहां भी खत्म नहीं हो रही। कोरोना वायरस के डर से वायरल पीडि़त अस्पताल जाने से भी परहेज कर रहे हैं।

चयावनी स्कूल का कमरा ढहा

चंडी। कृष्णगढ़ उपतहसील के अंतर्गत ग्राम पंचायत घरशी के ग्राम चयावनी के प्राथमिक पाठशाला चयावनी में लगभग 20 वर्ष पहले पंचायत द्वारा बनाए गए स्कूल का कमरा गुरुवार रात को ढह गया। इससे किसी भी प्रकार का जानमाल को नुकसान नहीं हुआ है। स्कूल के अध्यापक राजेंद्र कुमार ने बताया कि इस कमरे की पिछले तीन-चार वर्षों से हालत बहुत ही दयनीय थी, तथा इस बारे में स्थानीय पंचायत प्रधान घरशी व शिक्षा विभाग को स्कूल प्रशासन द्वारा अवगत करवा दिया गया था। इसके गिरने की रिपोर्ट पंचायत प्रधान व शिक्षा विभाग को दे दी गई है।