25 एकड़ में कचरा माइनिंग के लिए 33 करोड़

डड्डू माजरा में पांच लाख मीट्रिक टन कचरे को ठिकाने लगाएगी नागपुर की कंपनी, हुआ करार

चंडीगढ़  – डंपिंग ग्राउंड में 25 एकड़ जमीन पर फैला है कचरा। पांच लाख मैट्रिक टन कचरे की बायो माइनिंग का करार नागपुर की कंपनी से 33 करोड़ में हुआ है। डंपिंग ग्राउंड ज्वाइंट एक्शन कमेटी का कहना है कि प्रशासन द्वारा 33 करोड़ रुपए कचरे की माइनिंग पर खर्च किया जा रहा है। वह भी उस कचरे पर जो कि सालों से से डंप हुआ पड़ा है, जिसको मिट्टी से कैपिंग कर रखी है, जिसका पर्यावरण को कोई भी नुकसान नहीं है उससे तो कोई दुर्गंध भी नहीं उठती, उस पर यह पैसा माइनिंग के तौर पर खर्च किया जा रहा है। मगर जिस समस्या से डडू माजरा व चंडीगढ़  के लोग दुर्गंध बीमारियों से ग्रस्त हैं वह डंपिंग ग्राउंड का पर्वत बना हुआ था। उस पर कचरा तो दिन प्रतिदिन धड़ल्ले से गिराया जा रहा है और चारों तरफ  बदबू का माहौल है। हालात जैसे के बैसे बने पड़े हैं, लीचड़ जो डंपिंग ग्राउंड से रिस्क गंदा पानी जिसमें से इतनी बदबू आती है वह डंपिंग ग्राउंड की दीवार के साथ फैला हुआ है। डंपिंग ग्राउंड और  रिहायशी एरिया के बीच सिर्फ एक दीवार है। आप अंदाजा लगा सकते हैं इस चार फुट की दीवार से क्या बदबू को रोका जा सकता है। जरा सी बरसात होती है तो यह डंपिंग ग्राउंड का सारा कीचड़ गंदा बदबूदार पानी लोगों के घरों में घुस जाता है। इस पर प्रशासन व नगर निगम  खामोश  क्यों है। डंपिंग ग्राउंड ज्वाइंट एक्शन कमेटी कई बार प्रशासन व नगर निगम को लिखकर दे चुकी है। ज्वाइंट एक्शन कमेटी के अध्यक्ष दयाल कृष्ण का कहना था कि हाल ही में हमारी  नवनियुक्त मेयर राजबाला मलिक ने जब डंपिंग ग्राउंड का दौरा किया था। उस दौरान उन्होंने बीमारियों के बैक्टीरिया से बचने के लिए अपने पैरों के जूतों पर पोलिथीन बांध लिया था। हम लोग मेडम से पूछना चाहते हैं कि मेडम जी हम डडू माजरा के लोग अपने घरों पर ऐसा क्या बांध लें, जिससे लोग अपने बच्चों को बीमारियों से बचा सकें। स्मार्ट सिटी के नाम पर  हम लोगों को समय-समय पर  झूठ का आईना दिखाए जाते हैं। कभी कहते हैं कि जेपी काम नहीं कर रहा कभी कहते हैं कि एनजीटी में इसका केस चल रहा है   कभी सारा का सारा पचरा जेपी में डाल देते हैं जब वह प्रोसेस नहीं होता तो दोबारा फिर डंपिंग ग्राउंड पर गिरा देते हैं। अब एक बार फिर से अगर कारपोरेशन जेपी प्लांट को टेकओवर कर लेती है तो भी जो कचरा जेपी प्लांट में पड़ा है वह भी सारा का सारा डंपिंग ग्राउंड पर आ जाएगा फिर देखना  ग्राउंड की हाइट कितनी हो जाएगी।  इस अभिशाप को डडू माजरा कॉलोनी  के आसपास रहने वाले लोग पहले ही झेल रहे हैं। इसके बाद पूरा चंडीगढ़ भी इसे झेलने को मजबूर हो जाएगा।