एबीवीपी ने कुलपति को भेजा ऑनलाइन मांग पत्र

शिमला – अखिल भारतीय हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई ने कोरोना वायरस महामारी के दौरान छात्रों के समक्ष उत्पन्न हुई समस्याओं के संदर्भ में एचपीयू के कुलपति डा. सिकंदर कुमार को उनकी ई-मेल आईडी के माध्यम से ऑनलाइन ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में मुख्य मांगें ऑनलाइन कक्षाएं, विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय छात्रों के कमरों, बाथरूम  को सैनेटाइज करने के लिए, विश्वविद्यालय के शोधार्थियों के जेआरएफ व अन्य फैलोशिप को सुचारू करने तथा विश्वविद्यालय डिस्पेंसरी को सुचारू रूप से चलाने आदि मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। एबीवीपी इकाई अध्यक्ष विशाल वर्मा व सचिव मुनीष वर्मा ने बताया कि विद्यार्थी परिषद संकट की इस घड़ी में देश के साथ तथा विश्वविद्यालय परिवार के साथ खड़ी है और 21 दिन के लॉकडाउन का पालन करके कोरोना महामारी से हम सबने खुद का बचाव करना है और एक जिम्मेदार नागरिक की भूमिका को निभाना है। उन्होंने कहा की कोरोना महामारी से विशेष परिस्थितियां उत्पन्न हुई हैं, जिन्हें देखते हुए विद्यार्थी परिषद ने ई-मेल के माध्यम से कुलपति को समस्याओं के समाधान एवं सुझाव के लिए ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन की वजह से जेआरएफ और अन्य फैलोशिप वाले शोधार्थी निरंतरता प्रमाण पत्र लेने में असमर्थ हैं, जिससे शोधार्थियों को मार्च महीने व अप्रैल की फैलोशिप नहीं आ रही है। अतः विश्वविद्यालय प्रशासन निर्माता आईडी और चैकर आईडी के माध्यम से निरंतरता प्रमाण पत्र प्रदान करें, ताकि शोधार्थियों को फैलोशिप निरंतर मिलती रहे और लॉकडाउन की स्थिति में किसी समस्या का  सामना न करना पड़े। वहीं विश्वविद्यालय में अनेक अंतरराष्ट्रीय छात्र पढ़ाई कर रहे हैं, जो अभी भी विश्वविद्यालय होस्टल में रुके हुए हैं अतः उनके रहने और भोजन  की उचित व्यवस्था की जाए तथा उनके स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए उनके कमरे व बाथरूम का सैनेटाइजेशन करें। एबीवीपी ने मांग उठाई है कि साथ ही विश्वविद्यालय डिस्पेंसरी को भी खोला जाए, ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में उसका प्रयोग किया जा सके। इकाई अध्यक्ष विशाल वर्मा ने यह भी कहा कि लॉकडाउन की वजह से छात्र अपनी पढ़ाई को लेकर काफी चिंतित हैं, अतः विश्वविद्यालय प्रशासन ऑनलाइन माध्यम से सबसे संपर्क करें तथा छात्रों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से लेक्चर दिए जाएं या व्हाट्सऐप ग्रुप के माध्यम से विद्यार्थियों को उनका पाठ्यक्रम उपलब्ध करवाया जाए। विद्यार्थी परिषद ने यह भी मांग रखी कि वर्तमान समय में लॉकडाउन की वजह से प्रदेश के हजारों विद्यार्थी तथा उनके अभिभावकों के मनों में उनके बच्चों के भविष्य से जुड़ी विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं , कक्षाओं एवं सामान्य परीक्षाओं को लेकर एक चिंता सता रही है। विश्वविद्यालय प्रशासन ऑनलाइन संवाद के माध्यम से छात्रों तथा उनके अभिभावकों के साथ संवाद कर उनकी अनिश्चित चिंताओं को दूर करने का प्रयास करें।