कोरोना को हराने को 500 वर्कर्ज फील्ड में

बिलासपुर-कोविड-19 कोरोना वायरस के बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग अब बिलासपुर जिला में एक्टिव फाईडिंग केस कैंपेन शुरू करने जा रहा है। तीन अप्रैल से यह अभियान शुरू हो जाएगा जिसके तहत 500 हैल्थ एवं आशा वर्कर्ज अपनी सेवाएं देंगे। यही नहीं, इस कैंपेन में स्कूली अध्यापकों की भी मदद ली जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। इस अभियान में हैल्थ वकर्ज सहित आशा वर्कर्ज डोर-टू-डोर जाकर लोगों की स्क्रीनिंग करेंगी। साथ ही उनसे कई सवाल भी किए जाएंगे। इसमें कोविड-19 से रिलेटिड प्रश्न होंगे और अगर कोई व्यक्ति बाहरी राज्यों सहित विदेश से आया हुआ है तो उसकी सारी हिस्ट्री का भी रिकार्ड किया जाएगा। बुधवार को जिला अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. प्रकाश दड़ोच की अध्यक्षता में विशेष ट्रेनिंग का आयोजन भी किया गया। इसमें जिला के मार्कंडेय, घुमारवीं, झंडूता व सदर के बीएमओ भी मौजूद रहे। इस ट्रेनिंग में आशा वर्कर्ज सहित हैल्थ वर्कर्ज को डोर-टू-डोर जाकर स्क्रीनिंग करने की टे्रनिंग दी गई। ट्रेनिंग में आशा वर्कर्ज को बताया गया कि कोरोना वायरस के लक्षण वाले लोगों पर पैनी नजर रखी जाए। अगर किसी मरीज को खांसी व बुखार के लक्षण पाए जातें हैं तो उक्त व्यक्ति की हर तीन दिन बार जांच के लिए टीम घर में जाएगी। गौरतलब है कि अभी जिला बिलासपुर जिला में कोरोना वायरस से पीडि़त एक भी मामला नहीं है। हालांकि जिन चार मामलों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे उनकी रिपोर्ट नेगेटिव है। वहीं, उक्त लोगों के घर वालों को भी क्वारंटाइन पर भी रखा गया था। इनका समय पूरा हो चुका है और वह सभी लोग अभी तक स्वस्थ्य बताए जा रहे हैं। बावजूद इसके प्रशासन हर स्थिति पर नजर बनाए हुए है। बाहर से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को चैक किया जा रहा है। उधर, बिलासपुर के एमओएच डा. परविंद्र सिंह ने बताया कि आशा वर्कर्ज व हैल्थ वर्कर्ज को टे्रनिंग दी गई है। इसमें बीएमओ को आदेश जारी किए गए हैं कि अगर कोई भी संदिग्ध या फिर कोई विदेश से आया हुआ है तो उक्त व्यक्ति पर पूरी नजर रखी जाए। साथ ही तीन दिन बाद टीम उक्त व्यक्ति सहित परिवार वालों की जांच की जाए। वहीं, मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर डा. प्रकाश दड़ोच ने कहा कि तीन अप्रैल से जिला भर में एक्टिव फाइंडिंग केस अभियान शुरू किया जा रहा है। इसमें 500 हैल्थ व आशा वर्कर्ज डोर-टू-डोर जाकर लोगों की स्क्रीनिंग करेगी।