कोरोना से जीतने को प्रशासन का करें सहयोग

 कुल्लू-कोविड-19 कोरोना वायरस के खिलाफ दुनिया भर में इस संकट से बाहर निकलने की मानो जंग सी छिड़ी हुई है। शासन, प्रशासन से लेकर आम आदमी तक इसे रोकने की जद्दोजहद में लगा है। कुल्लू जिला की यदि बात करें तो यहां मनाली के विधायक और वन मंत्री ने स्वयं मोर्चा संभाल रखा है। वह दिन-रात जिला के विभिन्न भागों में दौरा करके जगह-जगह लोगों से मिलकर अपील कर रहे हैं कि सरकार व प्रशासन के दिशा-निर्देशों की पालना करते हुए महामारी से पार पाने के लिए सहयोग करें। 19 मार्च को देवसदन कुल्लू में जिला आपात प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक लेकर जिला में कोविड-19 को लेकर तैयारियों का जायजा लिया और कुल्लू जिला की सीमाओं में पर्यटकों की आवाजाही पर रोक लगाने का निर्णय लिया। सबसे पहले निजी बसों एवं बस अड्डों को सेनेटाइज करने के निर्देश विभाग को दिए गए। 20 मार्च को बजौरा चेक पोस्ट पर थर्मल स्कैनिंग के निर्देश दिए तथा चालक भर्ती प्रक्रिया को स्थगित किया गया। 21 मार्च को मनाली से शिमला की यात्रा की तथा प्रदेश से बाहर जाने वाली निगम की  बसों पर रोक लगा दी गई। 26 मार्च को जिला मुख्यालय कुल्लू में उपायुक्त एवं अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर जरूरतमंदों तक खाद्य सामग्री पहुंचाने की रणनीति तैयार की तथा 150 मजदूर परिवारों को खाद्य सामग्री आबंटित की। जिला में सेवाएं प्रदान कर रहे पुलिस कर्मियों के लिए जन सहयोग से 1500 मास्क उपलब्ध करवाए। जिला रेडक्रॉस सोसायटी को अपने माता-पिता के नाम से चलने वाले सेवार्थ ट्रस्ट के माध्यम से आर्थिक सहायता प्रदान की। 27 मार्च को मनाली में कोलकाता एवं पंजाब के 25 परिवारों को अपने ट्रस्ट के माध्यम से खाद्य सामग्री तथा अन्य सहायता प्रदान की गई। निगम के प्रबंध निदेशक को एक माह तथा अन्य कर्मचारियों को एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित किया। 29 मार्च को जिला के विभिन्न गोसदनों का जायजा लिया तथा रांगड़ी गोसदन के लिए दस तथा कटराइं के लिए आठ गाड़ी घास का प्रबंधन स्थानीय जनता के सहयोग से किया। वन विभाग के अराजपत्रित कर्मचारियों को मुख्यमंत्री राहत कोष एवं मुख्यमंत्री कोविड-19 सोलिडेरिटी कोष के लिए एक-एक दिन का वेतन प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित किया। पुलिस थाना मनाली का निरीक्षण किया तथा जवानों को पांच बिस्तर प्रदान करने का निर्णय लिया। 30 मार्च को मनाली की स्ट्रेस एसोसिएशन तथा प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर आवारा कुत्तों के खाने की व्यवस्था को लेकर रणनीति बनाई।  कुल्लू में कार्यरत 132 स्वच्छता कर्मियों को वाटर प्रूफ सुरक्षा किट प्रदान की गई।  जिला के लोगों को जागरूक करने, उनकी सहायता करने तथा उनमें धैर्य उत्पन्न करने को लेकर उनकी यात्रा लगातार जारी है।