दसवीं-बारहवीं छोड़ सभी कक्षाओं के छात्र पास

साढ़े सात लाख से ज्यादा छात्रों को प्रोमोट पास करने की अधिसूचना जारी, पेपर चैक करने का वक्त नहीं

शिमला- प्रदेश के सरकारी स्कूलों में साढ़े सात लाख से ज्यादा छात्रों को प्रोमोट कर पास करने पर राज्य सरकार की अंतिम मंजूरी मिल गई है। यही वजह है कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए हुए लॉकडाउन के दौरान हिमाचल सरकार ने पहली से नौवीं और 11वीं कक्षा के लाखों विद्यार्थियों को बड़ी राहत देते हुए अगली कक्षाओं में प्रोमोट कर दिया है। सरकार के साथ हुई बैठक के बाद शिक्षा विभाग ने भी इस बाबत अधिसूचना जारी कर दी। मंगलवार को राज्य सचिवालय में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में हुई शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज व शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक में विस्तृत चर्चा के बाद इस प्रस्ताव को मंजूर किया गया। पिछले हफ्ते राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इस मामले पर पहले से ही सैद्धांतिक मंजूरी दी गई थी। मंगलवार को सरकार ने गैर बोर्ड वाली कक्षाओं पहली से चौथी, छठी-सातवीं, नवीं और जमा एक कक्षा सहित बोर्ड परीक्षाएं देने वाले पांचवीं व आठवीं के विद्यार्थियों को भी प्रोमोट करने का फैसला लिया है। दरअसल प्रारंभिक शिक्षा व उच्च शिक्षा विभाग के निदेशकों ने सरकार को प्रपोजल सौंपा। यह नॉन बोर्ड कक्षाओं को प्रोमोट करने और डिजिटल स्टडी के अलावा बोर्ड परीक्षाएं दे चुके छात्रों से संबंधित था। शिक्षा को लेकर यह बैठक काफी अहम थी। यही वजह है कि सरकार ने यह अंतिम फैसला छात्रों को राहत देने के लिए लिया। अहम यह है कि इस बैठक में दसवीं और जमा दो कक्षा के विद्यार्थियों को परीक्षा परिणाम घोषित करने के बाद ही अगली कक्षाओं में भेजने का भी फैसला लिया गया है। शिक्षा मंत्री ने बताया कि पहली से नौवीं और 11वीं कक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं को जांचने का अभी समय नहीं है। फिलहाल अब पांचवीं व आठवीं के सभी छात्रों को पास कर दिया जाएगा।

दोबारा नहीं होगा पांचवीं का हिंदी का एग्जाम

सरकार ने पांचवीं कक्षा का जो हिंदी का पेपर रद्द हुआ था, उसे भी दूसरी बार न करवाने का फैसला लिया है। इससे साफ है कि अब लंबे समय से इंतजार रहे छात्रों के लिए राहत भरी यह खबर है। कम अंक होने के बाद भी वह दूसरी कक्षा में बैठ पाएंगे। फिलहाल पांचवीं व आठवीं के छात्रों को लेकर यह बड़ा फैसला शिक्षा विभाग ने लिया है। विटंर स्कूलों में भी पांचवीं व आठवीं के जिन छात्रों को फेल किया था, उनके रि-एग्जाम भी शिक्षा विभाग नहीं ले पाया था। ऐसे में ये सारी औपचारिकताएं कर्फ्यू खत्म होने के बाद शिक्षा विभाग लेता है, तो पूरा साल ऐसे ही चला जाएगा। अब यह योजना बनाई है कि इन दोनों बोर्ड की कक्षाओं के छात्रों को प्रोमोट कर पास किया जाए।

जल्द चैक करवाएं 10वीं-12वीं के पेपर

सीएम की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में यह भी फैसला लिया गया कि दसवीं व जमा दो की बोर्ड के पेपर जल्द चैक करवाए जाएं। सरकार ने स्कूल शिक्षा बोर्ड को प्रपोजल भेजने को कहा है, जिसमें यह कहा गया है कि दसवीं व जमा दो के छात्रों के लिए इवैल्यूएशन सेंटर बनाया जाए। या शिक्षकों को घर पर ही पेपर चैक करने के लिए दिए जाएं। बता दें कि प्रदेश में गैर बोर्ड परीक्षाओं का संचालन प्रभावित हुआ था। प्रदेश में पहली से लेकर चौथी कक्षा के कई पेपर अधर में लटक गए थे। इसी तरह छठी-सातवीं कक्षा के भी दो ही पेपरों की परीक्षा आयोजित हो पाई थी।