नालागढ़ में पुलिस की सख्ती से कोरोना पस्त

नालागढ़-उपमंडल में कोरोना पर काबू पाने में प्रशासन व पुलिस ने कड़ी मेहनत की है, जिसके फलस्वरूप पिछले 14 दिनों से क्षेत्र में कोरोना का कोई नया मामला नहीं आया है। उपमंडल प्रशासन द्वारा लोगों को घर द्वार पर राशन व पका हुए भोजन के अलावा जहां आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति होम डिलीवरी के माध्यम से करवाई गई, वहीं पुलिस द्वारा बीबीएन क्षेत्र की सीमाओं को पूर्ण रूप से सील बंद करने और अनावश्यक रूप से घूमने वाले लोगों पर नकेल कसने के कारण क्षेत्र में कोरोना का पिछले तीन सप्ताह में कोई मामला नहीं आया है। नतीजतन स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई स्क्रीनिंग के बाद अब डीएम द्वारा इस क्षेत्र में कर्फ्यू में ढील दी गई है। उपमंडल में कोरोना के नौ पॉजिटिव मामले आए है, जिनमें तबलीगी जमात के तीन लोगों में सबसे पहले इसकी पुष्टि हुई और वह भी अब नेगेटिव हो चुके है और इन्हें घर भेज दिया गया है, जबकि बद्दी के झाड़माजरी में दिल्ली से आए लोगों में चार पॉजिटिव आने पर उन्हें निवेदन पर गुरुग्राम भेजा गया है। इनके संपर्क में आए निजी अस्पताल के दो पॉजिटिव लोग कोविड-दो अस्पताल काठा में उपचाराधीन है। बद्दी में द्वितीय चरण की स्क्रीनिंग सोमवार से आरंभ होगी। नालागढ़ उपमंडल में 21 क्वारंटीन केंद्र बनाए गए है और मौजूदा समय में इन केंद्रों में 495 लोगों की प्रतिदिन स्वास्थ्य अपडेट ली जा रही है।  कुल मिलाकर इतने बड़े औद्योगिक क्षेत्र में कोरोना संक्रमण फैलने को रोकने में प्रशासन व पुलिस की मुस्तैदी काम आई है। एसपी रोहित मालपानी ने कहा कि पुलिस ने पहले ही दिन से अपनी चौकसी को और अधिक मजबूत बना दिया था और चोर रास्तों को सील करते हुए सीमाओं को पूर्ण रूप से बंद कर दिया है।