निजामुदीन से नहीं लौटा करसोग का ग्रामीण

करसोग – सोशल मीडिया का माध्यम भले ही तेज गति से जानकारियां पहुंचाने वाला देखा जाता है परंतु सोशल मीडिया पर लिखी गई बातों में कितनी सच्चाई है उसको लेकर शायद ज्यादा लोग विश्वास नहीं कर पाते हैं। बुधवार को करसोग का एक ग्रामीण जोकि निजामुद्दीन में आयोजित की गई जमात में शामिल होने संबंधी जानकारी अचानक मिली तो पूरा करसोग चिंतित हो उठा परंतु राहत इस बात की रही कि वह करसोग का व्यक्ति निजामुद्दीन की जमात में शामिल तो हुआ परंतु अभी तक वापस नहीं लौटा है तथा वहीं पर एक अस्पताल में निगरानी के लिए रखा गया हुआ है, जिसकी पुष्टि भी बुधवार को हो चुकी है परंतु सांय के वक्त सोशल मीडिया पर यह बात वायरल होने लगी कि जो व्यक्ति निजामुद्दीन की जमात में गया है वह कहां है इसका कोई सुराग नहीं लग पा रहा है जो की पूरी तरह से भ्रमित करने वाली जानकारी देखी गई। यहां बता दें कि निजामुद्दीन की जमात में करसोग का जो ग्रामीण शामिल हुआ है उसका पूरा पता गांव सहित विस्तृत जानकारी करसोग पुलिस के पास है तथा प्रशासन के पास भी इस बात की पुख्ता जानकारी है कि वह नमाजी कहां पर दिल्ली के आसपास निगरानी में रखा गया हुआ है। गुरुवार को डीएसपी करसोग अरुण मोदी ने भी स्पष्ट तौर पर करसोग पुलिस के प्रमाणित पेज पर लोगों को जानकारी स्पष्ट रूप से दी की करसोग क्षेत्र के नांज निवासी लियाकत अली पुत्र फकीरु जोकि निजामुद्दीन में मुसलमानों की तबलीगी जमात में शामिल होने के लिए गया था परंतु अभी तक लौटा नहीं है तथा उसे गुड़गांव में निगरानी के तहत रखा जिसमें करसोग वासियों को घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। हालांकि इस बात की संभावना करसोग वासियों को परेशान किए हुए हैं कि कोई ऐसे लोग भी हो सकते हैं जो निजामुद्दीन की जमात में करसोग से शामिल तो हुए हो परंतु चुपचाप कहीं अपने घर गांव पहुंच तो नहीं गए हैं इस बात को लेकर अवश्य चिंता है जिसके चलते करसोग प्रशासन प्रमुख एसडीएम करसोग सुंरेन्द्र ठाकुर तथा डीएसपी करसोग अरुण मोदी, थाना प्रभारी इंस्पेक्टर रंजन शर्मा ने विधानसभा के सभी लोगों से आग्रह करते हुए कहा कि वह कोरोना वायरस की गंभीरता को समझते हुए सहयोग करें यदि कोई भी व्यक्ति अन्य प्रदेशों से या फिर विदेश से उनके गांव में या घर के आस-पास पहुंचता है जो कुछ दिन पहले तो करसोग में नहीं था वह अब आया है उसकी पूरी जानकारी करसोग पुलिस को या फिर प्रशासन को प्रदान करते हुए सहयोग करें ताकि कोरोना वायरस जिसका कोई भी उपचार नहीं है उस के प्रति जागरूकता दिखाते हुए उस व्यक्ति की स्वास्थ्य जांच की जा सके। जो कुछ दिनों बाद चुपचाप अपने घर लौटा है ऐसी जानकारियां देकर पूरे समाज का भला किया जा सकता है। प्रशासन तथा पुलिस ने सामूहिक रूप से कहा कि कोई भी अफवाह नहीं फैलाई जाए यदि अफवाह फैलाने वाला कोई मामला सामने आया तो उसमें नियमोपुसार कड़ी कार्रवाई करते हुए उसे रोका जाएगा।