नेरचौक मेडिकल कालेज में कोरोना का इलाज शुरू, पर स्टाफ की कमी

मंडी-प्रदेश सरकार कैबिनेट की ओर से लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कालेज एवं अस्पताल नेरचौक को समर्पित कोविड-19 अस्पताल घोषित करने के बाद शनिवार से यहां कोरोना इलाज की सेवाएं शुरू हो गई हैं। हालांकि अभी तक यहां कोई कोरोना पॉजिटिव मरीज भर्ती नहीं है, लेकिन मेडिकल कालेज प्रबंधन ने सारी व्यस्थाएं पूरी कर अपनी तैयारी को अंतिम रूप दे दिया है। अब अगर मंडी जिला या आसपास के जिला में कोरोना का कोई मरीज सामने आता भी है, तो उसे टीएमसी या आईजीएमसी नहीं भेजा जाएगा। बल्कि उस मरीज का इलाज नेरचौक में ही हो सकेगा। बता दें कि सरकार ने शुक्रवार को ही कैबिनेट में ये सेवाएं शुरू करने के निर्देश जारी किए थे। प्रधानाचार्य डा. रजनीश पठानिया ने अपनी टीम के साथ बैठक करते हुए बताया कि कोरोना पॉजिटिव का उपचार अब नेरचौक मेडिकल कालेज में किया जाएगा। इसके लिए कालेज अस्पताल में सात वेंटिलेटर और आईसीयू हैं। 12 बैड सीरियस पॉजिटिव केस के लिए रख दिए गए हैं। इसके साथ ही मेडिकल कालेज के पास 600 पीपीई किट पहुंच चुके हैं।

रेजिडेंट डाक्टर भी नहीं

कोरोना को लेकर नेरचौक मेडिकल कालेज ने तैयारी पूरी कर ली है, लेकिन कालेज में अभी भी 175 से 200 स्टाफ  की शॉर्टेज है। कालेज में रेजिडेंट डाक्टर भी पर्याप्त नहीं है।