लॉकडाउन में 108 एंबुलेंस बनी वरदान

एमर्जेंसी रिस्पांस सेंटर में बढ़ा कॉल फ्लो, पिछले सप्ताह में प्रतिदिन दर्ज की जा रही 6176 कॉल्ज

सोलन-प्रत्येक नागरिक को जीवन रक्षा का अधिकार प्रदान करने के व्यापक मिशन में अग्रणी रहने वाली जीवीके ईएमआरआई 108 आपातकालीन सेवा कोविड-19 के मुश्किल वक्त में प्रदेशवासियों के लिए आशा और विश्वास की एक सच्ची साथी बनी हुई है। हिमाचल प्रदेश  जैसे पर्वतीय प्रदेश के दुर्गम क्षेत्र जहां जीवन यापन करना ही किसी चुनौती से कम नहीं होता वहां पर प्रदेशवासियों को ऐसी जीवन रक्षक सेवाएं प्रदान करना सचमुच सुखद आश्चर्य  का एहसास कराता है। यह सेवा प्रदेशवासियों के लिए कोविड-19 के मुश्किल  दौर में निसंदेह एक वरदान सिद्ध हुई है। आज प्रदेश में कोविड-19 की वजह से किए गए लॉकडाउन के दौरान यातायात का साधन बाधित होने की वजह से जब भी किसी को आपातकालीन स्थिति में मरीज को अस्पताल लेकर जाना होता है तो मात्र 108  आपातकालीन सेवा ही इसका साधन है। कोविड-19 सस्पेक्टेड कंफर्म  मरीजों तथा अन्य मरीजों को भी 108 एंबुलेंस ही घर से अस्पतालए एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल तथा अस्पताल से घर ले जाने के लिए समर्पित सेवा रखा गया है। आपातकालीन प्रबंधन केंद्र पर की गई कोई भी कॉल जान बचाने जैसी आपातकालीन कॉल के रूप में ली जाती है। सोलन स्थित आपातकालीन प्रबंधन केंद्र में प्रतिदिन औसतन लगभग 2500 कॉल्ज दर्ज की जाती है लेकिन कोविड-19 तथा लॉकडाउन की वजह से एमर्जेंसी रिस्पांस सेंटर में कॉल फ्लो  बहुत अधिक बढ़ गया है अगर पिछले सप्ताह की बात करें तो लगभग 6176 कॉल्ज प्रतिदिन दर्ज की जा रही है जिसे 108 एमर्जेंसी रिस्पांस सेंटर में बहुत कुशलता के साथ संभाला जा रहा है। इस अवसर पर मेहूल सुकुमारन स्टेट हैड जीवीके ईएमआरआईए हिमाचल प्रदेश  ने समस्त 108 एंबुलेंस सेवा के कर्मचारियों जो कि कोविड-19 के दौरान दिनरात  अपनी सेवाएं सुचारू रूप से प्रदान कर रहे हैं तथा प्रदेश वासियों को इस आपातकालीन समय में सेवाएं प्रदान कर सहासिक कार्य कर रहे हैं का आभार प्रकट किया। यह 108  एबुंलेंस सेवा के कर्मचारियों के दिन-रात चौबीसों घंटे बिना थके तथा बिना डरे किए गए कार्यों का परिणाम है कि आज हिमाचल प्रदेश  में कोविड-19 संबंधी मामलों को सफलतापूर्वक निपटाया जा रहा है व हिमाचल प्रदेश सरकार एवं एनएचएम का निरंतर सहयोग प्रदान करने के लिए सादर आभारी है।