शांता कुमार बोले, दिल्ली में सोई रहीं दोनों सरकारें

पालमपुर-तबलीगी जमात द्वारा पूरे देश में कोरोना कहर फैलाए जाने की आशंका से पूरा देश शर्मसार है। 16 दिन बीत जाने के बाद भी कोई सख्त कार्रवाई नहीं हुई। भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा कि दिल्ली में दो सरकारें हैं, तीन हजार लोग बाहर के देशों के भी दोनों सरकारों की नाक के नीचे इकट्ठे होते रहे। मस्जिदों में लोगों को इकट्ठा करने के लिए भाषण होते रहे, पता तब लगा जब कोरोना कहर से लोग मरने लगे। उस कार्यक्रम से एक दिन में रोगियों की संख्या 373 बढ़ गई और पूरे देश में कोरोना फैल गया। इस एक भयंकर गलती से यदि सैकड़ों लोग मरेंगे, यह हत्याएं हैं कौन है, इनके लिए जिम्मेदार कौन होगा। सरकार भाषण रोक सकती थी। हजारों लोगों को जमात में आने से रोक सकती थी, क्यों सोई रही दो सरकारें। बदहवास गरीब प्रवासी सड़कों पर रोक दिए गए, परंतु देश की राजधानी में तबलीगी जमात द्वारा इतना गंभीर अपराध क्यों होने दिया गया। इस प्रकार की कुछ गलतियां देश को बर्बाद कर सकती हैं। शांता कुमार ने कहा कि निजामुद्दीन इलाके के लोग भी क्यों चुप देखते रहे। एकदम शिकायत करते शोर मचाते सरकार के सोए अधिकारियों को जगाते। ऐसा लग रहा है कि ईमानदारी से कर्त्तव्य पालन नहीं हुआ।