हर घर की होगी पड़ताल

बिलासपुर में कोरोना वायरस एक्टिव केस फाइंडिंग कैंपेन शुरू,467 टीमें गठित

बिलासपुर – मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर डा. प्रकाश दरोच ने बताया कि कोविड-19 की गंभीरता को देखते हुए सरकार के आदेशों के अनुसार स्वास्थ्य विभाग बिलासपुर जिले में घर-घर सर्वेक्षण शुरू कर दिया है। विभाग ने कोरोना वायरस के लक्षणों और सावधानियों की जानकारी प्रदान करने और संभावित या संदिग्ध मामलों की जांच के लिए जिले में एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान के लिए 467 टीमें गठित की गई हैं, जो कोरोना वायरस से संबंधित सर्वेक्षण कार्य तीन से नौ अप्रैल तक प्रतिदिन प्रातः नौ बजे से लेकर सायं चार बजे तक लोंगों से बातचीत करके कोरोना वायरस के लिए डाटा जुटाएंगे और अगर उन्हें जांच पड़ताल में कोई संदिग्ध लगता है, तो वे दिशा-निर्देशों के अनुसार कार्य करेंगे और उच्चाधिकारियों को सूचना ऑनलाइन व लिखित में देंगे और कोरोना वायरस के बारे में लोगों को सामाजिक दूरी, हैंड हाइजीन व स्वास्थ्य हाइजीन आदि के बारे में भी बातचीत करके लोगों को जागरूक करेंगे तथा पंफलेट्स भी लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से बांटेंगे। उन्होंने बताया कि प्रत्येक टीम एक दिन में 30 घरों का सर्वे करेगी। उन्होंने बिलासपुर की समस्त जनता से अनुरोध किया है कि सभी लोग कोरोना वायरस के बारे में इन टीमों से पूरी जानकारी प्रदान कर पूरा सहयोग दें, ताकि इस बीमारी से अपने देश, प्रदेश व बिलासपुर को बचा सके आपका पूर्ण सहयोग ही इस रोग का बचाव है। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के बारे में लोगों को सामाजिक दूरी, हैंड हाइजीन व स्वास्थ्य हाइजीन इत्यादि के बारे में भी बातचीत करके लोगों को जागरुक करेंगे तथा हैंडबील/पंफलेटस भी लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से बांटेंगे। उन्होंने बताया कि सर्वेक्षण टीमों में 2-2 लोग होंगे, जिनमें हर टीम में स्वास्थ्य विभाग के स्वास्थ्य कार्यकर्ता महिला, स्वास्थ्य कार्यकर्ता पुरुष, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक महिला, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक पुरुष, चिकित्सा अधिकारी महिला आरवीएसके टीम, चिकित्सा अधिकारी पुरुष आरवीएसके टीम, फार्मासिस्ट राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरवीएसके) टीम, एएनएम बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरवीएसके) टीम, स्वास्थ्य शिक्षक, एकीकृत परामर्श जांच केंद्र (आईसीटीसी) कांउसलर, एसटीएस, वरिष्ठ क्षय रोग लेबोरेट्री सुपरवाइजर (एसटीएलएस), आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी, आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट नंबर-एक टीम मेंबर होंगे व नंबर दो टीम मेंबर इनके साथ संबंधित क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता होगी। उन्होंने बताया कि जहां आशा कार्यकर्ता नहीं होगी, वहां उस क्षेत्र की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता होंगी।