होम्योपैथी चिकित्सा से करें कोरोना का इलाज

By: Apr 3rd, 2020 12:05 am

इलेक्ट्रोहोम्यो फार्मा के संस्थापक ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को भेजा पत्र

चंबा – कोरोना वायरस से जंग लड़ने के लिए इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति पूरी तरह से तैयार है। रबिसन इंडिया इलेक्ट्रोहोम्यो फार्मा के संस्थापक डा. संजीव शर्मा ने विश्वास जताते हुए कहा है कि इलेक्ट्रो होम्योपैथिक दवा कोविड-19 के रोगियों का सफलता पूर्वक उपचार करने में कारगर होगी और इसका लाभ न केवल भारत अपितु समूचे विश्व को मिल सकता है। इसको लेकर डा. संजीव की ओर से देश के प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश को भी एक पत्र प्रेषित किया है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि इस वायरस से लड़ने हेतु इलेक्ट्रोहोम्योपैथी चिकित्सा पद्धति को भी अपनाया जाए।  डा. संजीव शर्मा ने दावा किया है कि वे कोरोना वायरस को जड़ से समाप्त करने हेतु दवा बनाने में पूर्ण रूप से सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि अगर इस महामारी का मूल एक वाक्य में जाना जाए तो यह हमारे शरीर की प्रतिरोधक शक्ति की क्षीणता के कारण ही संक्रमण करने में सफल हो पाता है। जब यह प्रतिरोधक शक्ति किसी एक विशेष अंग व तंत्र की आंशिक व पूर्ण रूप से क्षीण हो जाती है तो यह वायरस हमारे शरीर पर हमला करके गले, श्वास नलिका व फेफड़ों को संक्त्रमित करने में सफल हो जाता है। जिससे सांस क्त्रिया न केवल प्रभावित होती है बल्कि पूर्ण रूप से काम करना बंद कर देती है। जिसके चलते कई बार रोगी की मृत्यु तक भी हो जाती है। उन्होंने कहा कि पूरा विश्व कोविड- 19प्रतिरोधक दवा की खोज में जुटा हुआ है। आधुनिक चिकित्सा प्रणाली के साथ-साथ इलेक्ट्रोहोम्योपैथी को भी प्रतिरोधक दवा बनाने का मौका देना चाहिए। इलेक्ट्रो होम्योपैथी का मूल मंत्र ही हमारे शरीर में दो चौतन्य पदार्थ रस व रक्त हैं। इन दोनों चौतन्य पदार्थों के माध्यम से हम शरीर के हर हिस्से की प्रतिरोधक शक्ति का संतुलन बनाकर अपने शरीर को बलशाली बनाते हैं। जिसके कारण हमारे शरीर पर किसी प्रकार के विषाणु व जीवाणु आदि का हमला नहीं हो पाता है और शरीर को संक्त्रमित होने से बचाया जाता है।


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