चंबा में कल प्रदर्शन करेंगे बिजली बोर्ड के कर्मी
चंबा –हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड कर्मचारी यूनियन बिजली संशोधन बिल 2020 के विरोध में पहली जून सोमवार को काले बिल्ले लगाकर सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करते हुए प्रदर्शन करेंगे। शनिवार को यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह खरवाड़ा के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई बैठक के बाद चंबा जिला के बिजली बोर्ड के कर्मचारियों ने भी इस विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने का फैसला लिया है। यह जानकारी यूनियन की चंबा यूनिट के प्रधान दरबारी लाल ने दी। उन्होंने बताया कि यूनियन बिजली संशोधन बिल 2020 का कडा विरोध करती है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्धारा बिजली बोर्ड के निजीकरण की मंशा से बिल को लाया जा रहा है, जोकि इंगित करता है कि देश को एक बार फिर पूंजीपतियों के हाथों गिरवी रखा जा रहा है। दरबारी लाल ने बताया कि अगर यह बिल पास होता है तो बिजली के दामों में भारी बढौतरी हो जाएगी। इस बिल के पास होने से जहा क्त्रास सब्सिडी समाप्त हो जाएगी वहीं निजी कंपनियां ग्राहकों से बिजली के मनमाने दाम वसूलेगीं। परिणामस्वरूप बिजली आम आदमी व किसान की पहुंच से बाहर हो जाएगी। दरबारी लाल ने बताया कि शनिवार को संपन्न बैठक में पहली जून को पूरे प्रदेश में बिजली संशोधन बिल के विरोध में काले बिल्ले लगाकर प्रदर्शन करने का फैसला लिया गया है। उन्होंने यूनियन के पदाधिकारियों व सदस्यों से इस प्रदर्शन में अपनी भागेदारी सुनिश्चित कर इसे सफल बनाने का आह्वान किया है। उन्होंने बताया कि शनिवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेशाध्यक्ष के साथ हुई बैठक में चंबा जिला के चंबा, भरमौर, तीसा, कोटी, सलूणी, बकलोह व डलहौजी के कर्मचारियों ने भाग लिया।