कोलकाता से आई कोरोना एक्सप्रेस ने हिलाया बीबीएन

नालागढ़ –औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन के बाशिंदों को कोलकाता से आई कोरोना एक्सप्रेस ने हिलाकर रख दिया है,बीते तीन दिनों में कोरोना के के दस मामले सामने आ चुके है। यह सभी लोग कोलकाता (पश्चिम बंगाल) से नालागढ़ आए थे।  बता दें कि बीबीएन में 41 दिनों बाद विगत 21 मई को मानपुरा के क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे कोलकाता से आए पांच लोग कोरोना संक्रमित पाए गए थे जिसके बाद शनिवार को कोरोना संक्रमण के पांच और नए  मामले सामने आए है एकाएक बढ़े इन मामलों ने इलाके में दहशत बढ़ा दी है।  प्रशासन ने एहतियातन रामशहर के रिवालसर स्थित क्वारंटाइन सेंटर के आसपास के इलाके को कंटेनमेंट जोन घोषित करते हुए पूरे इलाके को सेनेटाइज करवा दिया है। फिलवक्त इन सभी को उपचार के लिए ईएसआई अस्पताल काठा शिफ्ट कर दिया गया है। हालांकि इन मामलों के आने के बाद इलाकावासियों को किसी भी तरह से घबराने की जरूरत  नहीं है क्योंकि यह सभी लोग नालागढ़ आते ही संस्थागत क्वारंटाइन सेंटरों में भेज दिए गए थे। जानकारी के मुताबिक औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन में कोलकाता एक्सप्रेस ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है, कोलकाता से आए पांच और लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए है।

इनके सैंपल 21 मई को लिए गए थे,जिनकी जांच रिपोर्ट शनिवार शाम आई जिसमें इनके कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई। यह पांचों रामशहर के रिवालसर स्थित सरकारी स्कूल में बनाए गए संस्थागत क्वारंटाइन सेंटर में ठहरे हुए थे, कोरोना संक्रमित पाए गए इन पांच लोगों में से सरौर गांव निवासी दो मरीज सगे भाई है। क्रमशः 27,29, 34, 39 व 40 वर्षीय ये लोग नालागढ़ तहसील के मित्तिया, सरौर पीओ रतवाड़ी, खरोपना पीओ नंड व तलोआ के रहने वाले हैं। यह सभी कोरोना संक्रमित कोलकाता में पल्लेदारी करते थे। यह लोग कोलकाता से 15 मई को ट्रक में सवार होकर नालागढ़ के लिए निकले और 19 मई को यहां पहुंचे थे। उस दौरान नालागढ़ में इन्हें स्थानीय भाजपा नेता नालागढ़ के पूर्व विधायक केएल ठाकुर ने फल भी वितरित किए थे। यहां उल्लेखनीय है कि रामशहर के रिवालसर व राधा स्वामी सत्संग भवन क्वारंटाइन  सेंटर में रखे गए कोलकाता (पश्चिम बंगाल) से आए 91 लोग दो ट्रकों में नालागढ़ पहुंचे थे, इनमें 59 लोगों को रिवालसर स्थित क्वारंटाइन  सेंटर में रखा गया है जबकि 32 लोगों को राधास्वामी सत्संग भवन रामशहर में क्वारंटाइन  रखा गया है। । इन लोगों ने प्रशासन व सरकार से वापसी की गुहार भी लगाई थी। नालागढ़ के पूर्व विधायक केएल ठाकुर ने इनकी वापसी का मसला सीएम के समक्ष उठाया था जिस पर प्रदेश सरकार ने पश्चिम बंगाल को पत्र भी लिखा था। बताया जा रहा है कि इसके बावजूद इन लोगों की हिमाचल वापसी के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने कोई मदद नहीं की जिसके चलते संकट में फंसे इन हिमाचलियों ने किसी तरह ट्रक में वहां से हिमाचल तक का सफर किया बता दें कि 91 लोग मजबूरी में दो ट्रकों में भीड़ भरे माहौल में लंबे सफर से नालागढ़ पहुंचे थे। इसी के चलते कोरोना संक्रमित होने की आशंका प्रबल बनी हुई थी जो कि पांच लोगों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद साबित हो गई है।