दुराचार के आरोपियों को मिले कड़ी सजा

 गुडि़या सक्षम बोर्ड ने लिया संज्ञान, नेरवा थाने में जाकर जुटाई जानकारी

नेरवा –26 मई को नेरवा थाने में आए नाबालिगा के साथ दुराचार मामले को लेकर गुडि़या सक्षम बोर्ड ने कडा संज्ञान लिया है। इस सिलसिले में गुडि़या सक्षम बोर्ड हिमाचल प्रदेश की उपाध्यक्षा रूपा शर्मा ने नेरवा थाने का दौरा कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी प्राप्त की एवं मांग की कि दुराचार आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। रूपा शर्मा ने नेरवा में बताया कि जब उन्हें नेरवा तहसील की धनत पंचायत के कांदल गांव की एक मासूम नाबालिगा के साथ दुराचार का पता चला तो उन्होंने मामले की जानकारी प्राप्त करने के लिए नेरवा थाने का दौरा किया। इस दौरान वह पीडि़ता से भी मिली एवं पूरे घटनाक्रम की जानकारी उसी से प्राप्त की। पीडि़ता ने उन्हें बताया कि आठ मई को उसके माता-पिता घर से कहीं बाहर गए थे एवं वह पास के गांव में अपना स्कूल का होम वर्क करने के लिए गई थी एवं शाम को जब वह होम वर्क कर वापस घर की तरफ लौट रही थी, तो उसके गांव के रिश्ते में भाई लगने वाले नितेश पुत्र बालू राम आयु 28 वर्ष ने उसे नाले में खींच कर दुराचार किया।  कुछ दिन बाद पीडि़ता की मां ने जब उससे चुप्पी का कारण जानना चाहा तो उसने आपबीती अपनी मां को सुनाई। इसके बाद पीडि़ता के परिजनों ने 25 मई को  गुडि़या हेल्प लाइन पर मामले की शिकायत दर्ज करवाई, जिस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दोनों आरोपियों को पूछताछ के लिए नेरवा थाने तलब किया। रूपा शर्मा ने बताया कि वह नेरवा थाने में आरोपियों से भी मिली हैं, उनसे पूछा कि आप लोग थाने क्यों आए हैं, तो उन्होंने अपना गुनाह कबूल करते हुए कहा कि उनसे गलती हो गई है। उन्हों ने मांग की है कि मामले को फास्टट्रैक कोर्ट में चला कर इस तरह की घिनौनी मानसिकता रखने वाले दरिदों को कड़ी सजा दी जाए।