ब्यास ने पांच दिन बाद उगला युवक का शव

धर्मपुर-उपमंडल के सिद्धपुर गांव के पास ब्यास नदी में डूबे नसीम मलिक का शव बरामद कर लिया गया है। उसे किनारे तक पहुंचाने के लिए पुलिस के जवानों को अंधेरे में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। मंगलवार शाम को सरोज कुमारी पत्नी बलबीर सिंह घटनास्थल के पास अपने खेतों में लगे पेड़ से घास निकाल रही थी। उसे लगा कि दरिया के भंवर में कोई चीज तैर रही है, उसने खेत में काम कर रहे कुलवीर, ऋषभ और बलवंत सकलानी को इस बारे में बताया। उन्होंने किनारे जाकर देखा तो यह शव था, जो काफी गहराई में एक ओर अटक गया था। उन्होंने इसकी सूचना थाना प्रभारी कुलदीप पटियाल को दी। वह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे, लेकिन शव काफी गहरे पानी में तैर रहा। अंधेरा होने के बावजूद एएसआई अजय कुमार व हैड कांस्टेबल कश्मीर सिंह पानी में उतर गए और काफ ी जद्दोजहद के बाद शव को किनारे तक लाने में कामयाब रहे। एक निर्माण कंपनी में कार्यरत नसीम शुक्रवार को ब्यास के किनारे कपड़े धो रहा था तथा फिसलने के बाद सीधा नदी में गिरकर डूब गया था। उसकी तलाश के लिए प्रशासन ने सुंदरनगर से गोताखोरों की एक टीम भी बुलाई थी, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल पाई थी। सहारनपुर निवासी मृतक नसीम अपने परिवार का इकलौता कमाने वाला था। उसके कंधों पर बूढ़ी बीमार मां, अंधे पिता, चार बच्चों के अलावा बहन की भी जिम्मेदारी थी। वहीं थाना प्रभारी कुलदीप पटियाल ने बताया कि मृतक नसीम का शव किनारे से करीब चालीस फीट दूर था। अंधेरे में ही उसे निकालना पड़ा क्योंकि रात में शव बह जाने का अंदेशा था। उन्होंने बताया कि मृतक के परिजनों को सूचित कर सहारनपुर से सरकाघाट बुला लिया गया था। जहां सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम कराकर शव सौंप दिया गया।