लॉकडाउन…12 हजार छात्र ऑनलाइन

कुल्लू में सरकारी स्कूलों के नौवीं, दसवीं और जमा दो कक्षाओं के स्टूडेंट्स कर रहे पढ़ाई

कुल्लू-लॉकडाउन के चलते सरकारी स्कूलों की घर-घर पाठशाला भी बच्चों को पढ़ाई करवाने में काफी कारगर साबित हो रही है। हालांकि कई जगह सिग्नल न होने के चलते बच्चे घर-घर पाठशाला का लाभ भी नहीं ले पा रहे हैं। लेकिन इसके बावजूद भी सरकार स्कूलों के काफी संख्या में बच्चे अपना पठन-पाठन जारी रखने के लिए व्हाट्सऐप के माध्यम से ऑनलाइन जुडे़ हुए हैं। 11वीं कक्षा को छोड़ पहली से बारहवीं कक्षा तक की बात करें तो कई हजार बच्चे जिला कुल्लू में ऑनलाइन कक्षाएं लगा रहे हैं। वहीं, नौवीं, दसवीं और जमा दो कक्षाओं की बात करें तो 12 हजार से अधिक बच्चे टीचरों के साथ व्हाट्सऐप से जुड़कर अपने पढ़ाई कर रहे हैं। बता दें कि जिला कुल्लू में 96 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल और 56 हाई स्कूल के बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। हर दिन अध्यापक व्हाट्सऐप के माध्यम बच्चों को होमवर्क भी दे रहे हैं। वहीं, व्हाट्सऐप से ही बच्चे अध्यापकों को होमवर्क भेजते हैं। इसकी रिपोर्ट हर दिन मुख्याध्यापकों और प्रधानाचार्यों को उच्च शिक्षा उपनिदेशक के अलावा विभाग को सौंपनी पड़ती है। उच्च शिक्षा उपनिदेशक कुल्लू बलवंत सिंह ठाकुर ने बताया कि 16 अप्रैल से घर-घर पाठशला सरकारी स्कूलों में शुरू हो गई है। पहले दिन मात्र 1484 बच्चों ने व्हाट्सऐप के माध्यम से ऑनलाइन कक्षाओं में भाग लिया था। लेकिन धीरे-धीरे सं या बढ़ती गई और मौजूदा दिनों में 12 हजार से अधिक बच्चे भाग ले रहे हैं। पांच मई की बात करें तो 12294 बच्चों ने भाग लिया था। व्हाट्सऐप के माध्यम से 1984 में से 1872 अध्यापक ऑनलाइन घर-घर पाठशाला लगाने के लिए बच्चों के साथ व्हाट्सऐप में जुडे़ हुए हैं। उच्च शिक्षा उपनिदेशक ने कहा कि जिला कुल्लू के 96 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल और 56 हाई स्कूलों में नौवीं कक्षा में कुल 4510, दसवीं कक्षा में 6129 और जमा दो कक्षा में 3751 छात्र-छात्राएं पढ़ाई कर रहे हैं। इनमें से 12 हजार से अधिक छात्र-छात्राएं औसतन ऑलाइन कक्षाओं में हर दिन भाग ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि निदेशालय से हर दिन की फीडबैक ली जाती है। हर दिन विषय अनुसार निदेशालय से एक लिंक आता है, उसे सुबह आठ बजे ही मुख्याध्यापक, प्रधानाचार्यों और अध्यापकों को लिंक भेजा जाता है। शिमला से हर दिन लेसन प्लान भेजा जाता है। बच्चों के होमवर्क की रिपोर्ट शाम के समय निदेशालय को भेजी जाती है। उन्होंने कहा कि जिला कुल्लू के ऊंचे क्षेत्रों के स्कूलों में कई जगह सिग्नल दिक्कत भी रहती है। शिमला में 30 अध्यापक लस्न प्लान पर रखें हैं, जो हर दिन लेसन प्लान भेजते हैं। कुल्लू में ऑलाइन पढ़ाई कर बच्चे घर-घर पाठशाला का अच्छा रिस्पांस दे रहे हैं। अध्यापक भी पढ़ाई करवाने में कसर नहीं छोड़ रहे हैं।