वन मंत्री ने लिया कुल्लू अस्पताल का जायजा

कोविड-19 के लिए किए गए प्रबंधों की ली जानकारी, लंगर के लिए अन्नपूर्णा चैरिटेबल सोसायटी की सराहना भी की

कुल्लू –वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा है कि कोरोना के इस संकटकाल में केंद्र और प्रदेश सरकार सभी परिस्थितियों के आकलन के बाद चरणबद्ध ढंग से लॉकडाउन एवं कर्फ्यू में ढील प्रदान कर रही है।  मंगलवार को क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू के परिसर के निरीक्षण के बाद मंत्री ने कहा कि कुछ आवश्यक प्रबंधों एवं सावधानियों के साथ प्रदेश सरकार एक जून से सार्वजनिक परिवहन सेवाएं आरंभ करने जा रही है। प्रदेश में एचआरटीसी की बसें केवल 60 प्रतिशत सवारियों के साथ चलाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि सरकार हर वर्ग के हितों का ध्यान रख रही है तथा पर्याप्त राहत प्रदान कर रही है। ट्रांसपोर्टरों का भी चार महीनों का टोकन टैक्स और एसआरटी माफ किया गया है। मंत्री ने कहा कि सरकार की ओर से दी जा रही विभिन्न रियायतों और आर्थिक पैकेज से हिमाचल में आर्थिक गतिविधियां तेजी से पटरी पर लौटेंगी तथा प्रदेश तेजी से प्रगति की ओर अग्रसर होगा। उन्होंने कहा कि श्रमिकों को वापस काम पर लाने के लिए प्राथमिकता के आधार पर परमिट दिए जाएंगे। इससे पहले वन मंत्री ने अस्पताल परिसर का निरीक्षण किया और वहां कोविड-19 के मद्देनजर किए गए विभिन्न प्रबंधों की जानकारी ली। उन्होंने तीमारदारों के लिए अन्नपूर्णा चेरिटेबल सोसायटी की ओर से चलाए जा रहे लंगर का जायजा भी लिया। वन मंत्री ने कहा कि अस्पताल में दाखिल गरीब मरीजों की देख-रेख के लिए आने वाले उनके परिजनों को तीन समय का भोजन मुहैया करवाकर अन्नपूर्णा चैरिटेबल सोसायटी बहुत ही सराहनीय कार्य कर रही है।