सिरमौर में भी पहली जून से चलेंगी प्राइवेट बसें

पांवटा साहिब –कोरोना महामारी के बीच करीब 70 दिनों से बंद निजी बसों के पहिये पहली जून से सिरमौर जिला में भी दौड़ पडें़गे। यह बात निजी बस आपरेटर सोसायटी के प्रधान मामराज शर्मा ने ‘दिव्य हिमाचल’ को प्रदान की। हालांकि 60 फीसद सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बसें चलाने से कई संचालक परहेज भी कर सकते हैं, लेकिन लोगों की सुविधा के लिए यदि शेयरिंग में भी बसें चलानी पड़ें, तो वे चलाएंगे। जानकारी के मुताबिक जिला सिरमौर में परिवहन का जिम्मा काफी हद तक निजी बसों पर है। गिरिपार क्षेत्र की बात करें तो यहां पर निजी बसों के बगैर पब्लिक ट्रांसपोर्ट बहाल करना बेमानी ही होगा। इस समय जिला सिरमौर मे करीब 160 निजी बसें चलती हैं। कोरोना महामारी के बीच पिछले दो माह से अधिक समय से सभी बसों के पहिए जाम है। हालांकि सरकार ने पिछले तीन माह के टैक्स में इन्हें छूट दी है, लेकिन फिर भी आपरेटरों और इससे जुड़े चालक परिचालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। अब जब सरकार पब्लिक ट्रांसपोर्ट चलाने जा रही है तो सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए 60 फीसदी सवारियां ही बस में बिठाई जा सकेगी। जिला प्रधान ने कहा कि सरकार ने जो मानक तय किए हैं, उसके मुताबिक 42 सीटर बस मे 26 सवारी बिठाई जा सकेगी। पहली पांच नंबर सीट तक कोई सवारी नहीं बेठेगी। तीन वाली सीट पर दो तथा दो वाली सीट पर एक सवारी ही बैठ पाएगी। बिना मास्क वाली सवारी को कोई नहीं बिठाएगा। सवारी पिछली खिड़की से बस मे चढ़ेगी और आगे की खिड़की से उतरेगी। उन्होंने सभी से सहयोग का भी आह्वान किया है। बसों को पांवटा साहिब, नाहन, शिलाई, हरिपुरधार, संगड़ाह आदि स्टेशनों पर सेनेटाइज करने के प्रबंध होंगे। पिछले तीन माह के लॉकडाउन में निजी बसों के जो चालक और परिचालक बेरोजगार रहे हैं, उनकी मदद के लिए सरकार से मांग की गई है। साथ ही एचआरटीसी की तर्ज पर सरकार से निजी बस ऑपरेटरों के लिए भी विशेष आर्थिक पैकेज देने की मांग की गई है।