19 गोसदनों को दिया 894 क्विंटल चारा

उपायुक्त ने दी जानकारी, लॉकडाउन में 31 हजार से अधिक पशुओं का इलाज

हमीरपुर-कोरोना वायरस कोविड-19 के निवारक उपायों के दृष्टिगत जारी पूर्णबंदी के दौरान जिला हमीरपुर में पशुओं की देखभाल के लिए जिला प्रशासन द्वारा पशुपालन विभाग के माध्यम से सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं। विशेष तौर पर बेसहारा पशुओं को चारे इत्यादि की समुचित आपूर्ति सुनिश्चित की गई है। उपायुक्त हरिकेश मीणा ने बताया कि पूर्णबंदी के दौरान पशुपालकों को हरसंभव सहायता व सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए पशुपालन विभाग को निर्देश दिए गए हैं। जिला में स्थापित गोसदनों में भी चारे इत्यादि की समुचित व्यवस्था की गई है। जिला में अभी तक 6312 क्विंटल चारा (तूड़ी) पंजाब से लाया जा चुका है। आवश्यकता अनुसार इसका आंबटन पशुपालकों एवं गोसदनों में किया जा रहा है। पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डा. मनोज शर्मा ने बताया कि जिला में संचालित किए जा रहे 19 गोसदनों में लगभग 1500 बेसहारा गाय तथा बैल इत्यादि रखे गए हैं। इन गोसदनों में 6,52,804 रूपए मूल्य का लगभग 894 क्विंटल पशु चारा (तूड़ी) निःशुल्क उपलब्ध करवाया जा चुका है, ताकि बेसहारा पशु स्वस्थ रहें तथा उन्हें पर्याप्त मात्रा में चारा उपलब्ध हो सके। विभाग द्वारा फीड तथा चारा के प्रापण के लिए 121 ट्रांसपोर्टरों को पास भी जारी किए गए हैं। इसके अतिरिक्त पशुपालन विभाग द्वारा 25 मार्च 2020 से अब तक जिला में 31,256 पशुओं के लिए पशु चिकित्सा से संबंधित सहायता भी प्रदान की गई। मौसमी बीमारियों से बचाने के लिए जिला में विभाग द्वारा 3876 पशुओं का एंटी रैबीज, मुंह-खुर की बीमारी की रोकथाम के लिए टीकाकरण किया जा चुका है। लॉकडाउन अवधि के दौरान जिला में प्रवासी भेड़-बकरी पालकों की 3910 भेड़-बकरियों को मुंह-खुर की बीमारी से बचाने के लिए टीकाकरण किया गया। इन्हें विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचाने के लिए विभाग द्वारा 19,620 भेड़-बकरियों के लिए एक्टोपैरास्टिक तथा सैंडोपैरास्टिक दवाइयां भी प्रदान की गईं। इसके साथ 14 गडरियों को लॉजिस्टिक सहायता प्रदान की गई। इसके अलावा भेड़ प्रजनन फार्म ताल द्वारा इस दौरान जिला हमीरपुर तथा जिला मंडी के लाभार्थियों को अच्छी नस्ल के 90 मेंढ़े तथा 30 भेड़ें भी दी गइर्ं। गोसेवा आयोग हिमाचल प्रदेश के मार्गदर्शन में आठ अप्रैल से जिला के सभी गौसदनों में पशुधन को कोविड-19 से बचाने के लिए विभिन्न गतिविधियां चलाई गईं।