गो अभ्यारण में गउओं को मिलेगा सहारा

नालागढ़ – क्षेत्र में अब बेसहारा गोवंश यहां-वहां नहीं विचरण करेगा, अपितु गोवंश को गो अभ्यारण में सहारा मिलेगा। नालागढ़ उपमंडल के हांडाखुंडी में कंसंबोवाल के समीप ही 114 बीघा सरकारी भूमि पर गो अभ्यारण का निर्माण किया जा रहा है, जहां पर गोवंश का संरक्षण होगा। इसका पुनः कार्य आरंभ हो गया है और दो माह में यह कार्य मुकम्मल कर लिया जाएगा। इसका फैंसिंग कार्य मुकम्मल हो चुका है, जबकि काऊ सेंक्चुरी का 40 फीसदी कार्य कर लिया गया है, लेकिन लॉकडाउन के कारण इसका कार्य ठप हो गया था, जिसे अब दोबारा से युद्धस्तर पर आरंभ कर दिया है। इन कार्यों में शैड की फाउंडेशन तैयार हो चुकी है और इसकी दीवार और शैड का कार्य शुरू कर दिया गया है। बिजली का ट्रांसफार्मर स्थापित हो चुका है, जबकि बोर के टेंडर कॉल कर दिए गए हैं। दो करोड़ 97 लाख की लागत से बनने वाली इस काऊ सेंक्चुरी का निर्माण कार्य एचपीएसआईडीसी द्वारा प्रगति पर किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार सभी सुविधाओं से लैस काऊ सेंक्चुरी का निर्माण कार्य जोरों पर पुनः शुरू हो गया है। सेंक्चुरी के बनने से जहां बेसहारा पशुओं की समस्या का पूरी तरह से समाधान होगा, वहीं गोवंश को भी सुरक्षित स्थान विचरण करने के लिए मिलेगा और क्षेत्र के लोगों को भी खुले में घूम रहे गोवंश से झेलने वाली परेशानियों से भी निजात मिलेगी। गोसेवा आयोग के उपाध्यक्ष अशोक शर्मा ने बताया कि काऊ सेंक्चुरी की फैंसिंग सहित शैड की फाउंडेशन व ट्रांसफार्मर स्थापित हो चुका है, जबकि शैड व दीवार का कार्य शुरू कर दिया गया है, वहीं बोर के भी टेंडर आमंत्रित कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि दो माह के भीतर इसका मुकम्मल कार्य पूर्ण कर इसका संचालन आरंभ हो जाएगा।